सीजी भास्कर, 24 जून। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर नगर निगम में बड़ा राजनीतिक विवाद सामने आया है। वार्ड क्रमांक 19 से पार्षद और कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष भरत कश्यप पर एक महिला के साथ अवैध संबंध होने के आरोप लगे हैं। इस मामले में न सिर्फ वीडियो वायरल हुआ, बल्कि कथित पत्रकारों द्वारा ब्लैकमेलिंग और अवैध वसूली की कोशिश का भी सनसनीखेज खुलासा भी हुआ है।
नेता प्रतिपक्ष ने चार कथित पत्रकारों के खिलाफ सिविल लाइन थाना में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए FIR दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
भरत कश्यप का आरोप है कि बीते दिनों वेबपोर्टल से जुड़े चार पत्रकार – नीरज, संतोष, जिया उल्लाह और एक अज्ञात व्यक्ति, उनके नेहरू नगर स्थित कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एक महिला से अवैध संबंधों की बात कहते हुए दावा किया कि उनके पास इस संबंध में एक वीडियो सबूत है।
पत्रकारों ने नेता प्रतिपक्ष से कहा कि अगर यह वीडियो वायरल नहीं करना है, तो उन्हें 50,000 रुपये देने होंगे। भरत कश्यप ने पैसे देने से साफ इनकार कर दिया, जिसके बाद कथित पत्रकारों ने वीडियो को वायरल कर दिया।
FIR दर्ज, पुलिस कर रही जांच
नेता प्रतिपक्ष की शिकायत पर बीएनएस की धारा 308(2) के तहत चारों आरोपियों पर ब्लैकमेलिंग और बदनामी फैलाने का केस दर्ज किया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है और तकनीकी साक्ष्य (वीडियो, कॉल रिकॉर्डिंग, सोशल मीडिया पोस्ट्स) खंगाले जा रहे हैं।
पीड़ित महिला ने की आत्महत्या की कोशिश
इस मामले का एक दूसरा पहलू भी सामने आया है। कस्तूरबा नगर में रहने वाली पीड़ित महिला ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने पार्षद भरत कश्यप से उनके अवैध संबंधों की अफवाहें फैलाईं, जिसके चलते उसे सार्वजनिक अपमान झेलना पड़ा।
महिला ने आरोप लगाने वालों के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी। कहा गया कि उनके घर में बिजली बंद होने पर बिजलीकर्मी आए थे, जिसके बाद पड़ोसियों ने पत्थरबाजी की और फिर महिला के खिलाफ अपमानजनक आरोप लगाए।
21 जून को महिलाओं का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें पीड़िता पर पार्षद से अवैध संबंध और राशन कार्ड दिलवाने के बदले शारीरिक संबंध जैसी बातें कही गईं।
इस अपमान से आहत होकर महिला ने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उसे तुरंत सिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से डिस्चार्ज के बाद उसका बयान दर्ज किया गया।
इन लोगों पर दर्ज हुआ मामला
पीड़ित महिला के बयान के आधार पर पुलिस ने इन छह लोगों के खिलाफ धमकी देने, मारपीट और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया है। जिसमें आकाश दरयानी, मोनू ठाकुर, रामप्रसाद धीमर सहित तीन अन्य महिलाएं (नाम उजागर नहीं) शामिल हैं।