सीजी भास्कर, 01 अक्टूबर। राज्य में बुजुर्गों की हत्या के मामले देशभर में सबसे अधिक दर्ज किए गए हैं। नेशनल क्राइम रिकार्ड्स ब्यूरो (NCRB [Crime Against Senior Citizens]) की वार्षिक रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ ने वरिष्ठ नागरिकों की हत्या के मामले सबसे अधिक दर्ज किए हैं। इसी के साथ 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध दर में छत्तीसगढ़ देश में चौथे स्थान पर रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार राज्य में यह दर 89.7 (1,798 मामले) रही, जबकि दिल्ली 118.6 मामले प्रति एक लाख वरिष्ठ नागरिकों के साथ पहले स्थान पर है। वर्ष 2023 में छत्तीसगढ़ में कुल 72 हत्याकांडों में 73 वरिष्ठ नागरिकों की जान गई। यानी औसतन हर महीने छह वृद्धजन की हत्या हुई। इस श्रेणी में छत्तीसगढ़ 3.6 की दर के साथ शीर्ष पर है। इसके बाद अरुणाचल प्रदेश (3.1), मध्यप्रदेश और तमिलनाडु (2.7) रहे, जबकि राष्ट्रीय औसत केवल 1.2 है। यह आंकड़े (Crime Against Senior Citizens) के लिहाज से बेहद चिंताजनक हैं।
अपराध में मामूली गिरावट
देशभर में 2023 में वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ 27,886 अपराध दर्ज हुए, जो 2022 (28,545 मामले) की तुलना में मामूली कमी है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि अपराधों में कमी आई है, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर स्थिति संतोषजनक नहीं है।
लगातार बढ़ रहे मामले
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ नागरिकों के खिलाफ अपराध लगातार बढ़ रहे हैं। वर्ष 2021 में 1,408, 2022 में 1,632 और 2023 में 1,798 मामले दर्ज हुए। आंकड़ों के मुताबिक 2023 में छत्तीसगढ़ में इन अपराधों में 2,521 आरोपितों (2,307 पुरुष और 214 महिलाएं) को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 2,457 पर चार्जशीट दायर हुई। वहीं 235 दोषी करार दिए गए, 45 आरोप मुक्त हुए और 392 बरी कर दिए गए।
वर्ष 2023 में कुल 1,520 मामलों की सुनवाई शुरू हुई, जबकि पिछले वर्षों से लंबित 5,032 मामले अब भी अदालतों में अटके हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि न्यायिक प्रक्रिया की धीमी रफ्तार भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए चिंता का विषय है। सुरक्षा और न्याय की गारंटी तभी संभव होगी जब मामलों का समय पर निपटारा किया जाए। (Crime Against Senior Citizens)