सीजी भास्कर 3 नवम्बर Cyber Crime Rajasthan राजस्थान का भरतपुर जिला इन दिनों साइबर ठगों के नए अड्डे (Cyber Fraud Hub) के रूप में सुर्खियों में है। पुलिस ने यहां तीन महीनों के भीतर 615 से ज्यादा साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है। इतना ही नहीं, जांच में खुलासा हुआ है कि इस गैंग ने अब तक 100 करोड़ रुपये से अधिक की ठगी को अंजाम दिया है। लगातार होती गिरफ्तारियों ने पुलिस को सतर्क किया है और अब डीग क्षेत्र को “राजस्थान का जामताड़ा” कहा जाने लगा है।
डीग में 61 साइबर ठग एक साथ गिरफ्तार
भरतपुर के डीग उपखंड में पुलिस ने गांव हेवतका और नावदा की घेराबंदी कर 61 साइबर ठगों को एक साथ दबोच लिया। इनमें 48 आरोपी बालिग और 13 नाबालिग हैं। पुलिस ने मौके से 33 स्मार्टफोन, 65 फर्जी सिम कार्ड, 22 एटीएम कार्ड, बैंक चेकबुक्स, एचडीएफसी की स्वैप मशीन, दो लग्जरी कारें और कई मोटरसाइकिलें जब्त की हैं। शुरुआती जांच में सामने आया है कि इन ठगों के खातों में करोड़ों का ट्रांजेक्शन हुआ है।
Cyber Crime Rajasthan : बैंक अकाउंट्स और संपत्ति की जांच जारी
पहाड़ी डीएसपी गिर्राज मीणा के नेतृत्व में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आईजी कैलाश बिश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के बैंक खातों और संपत्तियों की विस्तृत जांच की जा रही है। ठगों ने किराए पर बैंक अकाउंट्स लेकर ठगी की रकम उनमें जमा कराई थी। इन खातों के जरिए पैसे को अलग-अलग राज्यों में ट्रांसफर किया जाता था। पुलिस को पता चला है कि इनमें से एक आरोपी पहले भी अलवर में 20 करोड़ की ऑनलाइन ठगी के मामले में पकड़ा जा चुका है।
साइबर ठगी के नेटवर्क का खुलासा
तकनीकी जांच से सामने आया है कि डीग के कई गांवों में पिछले एक साल से साइबर ठगी का बड़ा नेटवर्क (Cyber Scam Network) सक्रिय था। आरोपी चोरी या फर्जी सिम कार्ड लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ओएलएक्स पर झूठे विज्ञापन डालते थे। वे सस्ते मोबाइल बेचने, गरीबों की मदद करने या इनाम जीतने का झांसा देकर लोगों से पैसों की ठगी करते थे।
Cyber Crime Rajasthan : पुलिस की सख्ती से घटे साइबर क्राइम के मामले
पुलिस की सख्ती का असर अब साफ दिखने लगा है। जनवरी 2024 में डीग क्षेत्र से ऑनलाइन ठगी का लोकेशन डेटा 21.7% था, जो अब घटकर केवल 3% रह गया है। पुलिस ने मोबाइल सर्विलांस और तकनीकी ट्रेसिंग के जरिए ठगों के ठिकाने चिन्हित किए। इस अभियान से डिजिटल अपराध पर बड़ी रोक लगी है और कई राज्यों की एजेंसियों ने भी राजस्थान मॉडल को अपनाने की बात कही है।
राजस्थान पुलिस ने दी जागरूकता की अपील
राजस्थान पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी अनजान कॉल, लिंक या ऑफर पर भरोसा न करें। अगर किसी तरह की संदिग्ध कॉल या मैसेज आए, तो तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 या नजदीकी थाने में संपर्क करें। पुलिस ने यह भी बताया कि राज्य में साइबर ठगी के खिलाफ विशेष अभियान लगातार जारी रहेगा।
