सीजी भाास्कर. 29 सितंबर। साइबर अपराध पर बड़ी कार्रवाई करते हुए गाजियाबाद पुलिस ने उस गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिसने 21 राज्यों में 158 घटनाओं के जरिए 87.43 करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया। गिरोह शेयर ट्रेडिंग, क्रिप्टोकरंसी और टेलीग्राम टास्क के नाम पर लोगों को निशाना बनाता था।
एसीपी क्राइम भास्कर वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपितों की पहचान दिल्ली निवासी राम आशीष और अमरदीप के रूप में हुई है। दोनों बीते वर्ष गाजियाबाद के भरत टूटेजा से टेलीग्राम टास्क के बहाने 6.68 लाख रुपये की ठगी (Cyber Fraud India) में शामिल थे। मामले की जांच के दौरान खातों के लेनदेन का विवरण सामने आया, जिसके बाद दोनों को पकड़ा गया।
पुलिस के अनुसार, राम बीसीए कर रहा है जबकि अमरदीप 12वीं पास है। पूछताछ में राम ने बताया कि नौकरी छूटने के बाद वह अमरदीप के संपर्क में आया। अमरदीप पहले से साइबर ठगों के लिए काम करता था और उसने राम को भी शामिल कर लिया। दोनों ने ‘टेक प्लाजा एंटरप्राइजेज’ नामक फर्म बनाई और इसके साथ ही व्यक्तिगत बैंक खातों को भी ठगी के लिए उपलब्ध कराया।
ये खाते दिल्ली के बुराड़ी निवासी अजय पासवान को सौंपे गए, जो फिलहाल फरार है। अजय साइबर ठगों (Cyber Fraud India) को खाते उपलब्ध कराता था और इसके बदले 20 प्रतिशत कमीशन देता था।
21 राज्यों तक फैला जाल
पुलिस जांच में सामने आया कि इस गैंग ने आंध्र प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, पंजाब, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, गुजरात, झारखंड, केरल, बिहार, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पुडूचेरी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और चंडीगढ़ में ठगी की घटनाओं को अंजाम दिया। अब तक दर्ज 158 मामलों में कुल 87.43 करोड़ रुपये की राशि ठगी जा चुकी है। फिलहाल पुलिस फरार आरोपी अजय पासवान और अन्य साथियों की तलाश में जुटी है।