सीजी भास्कर, 20 सितंबर। मलयालम सुपरस्टार मोहनलाल विश्वनाथन नायर को भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) से नवाजा जाएगा। यह ऐलान सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने शनिवार को किया। 65 वर्षीय अभिनेता, निर्देशक और निर्माता मोहनलाल को यह सम्मान 23 सितंबर को 71वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह में प्रदान किया जाएगा।
चार दशकों से ज्यादा लंबे करियर में मोहनलाल ने मलयालम, तमिल, तेलुगु, हिंदी और कन्नड़ फिल्मों में 350 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया है। सहज अभिनय और गहरी अभिव्यक्ति के लिए मशहूर मोहनलाल भारतीय सिनेमा की उन हस्तियों में शुमार हैं, जिनका योगदान अमिट है। मंत्रालय ने कहा, “मोहनलाल का शानदार फिल्मी सफर आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता है। उनकी बेजोड़ बहुमुखी प्रतिभा और अथक मेहनत ने भारतीय फिल्म इतिहास में एक सुनहरा मानक स्थापित किया है।”
चार दशकों का सफर
मोहनलाल का करियर 1980 के दशक में शुरू हुआ और देखते ही देखते उन्होंने सिनेमा में अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी लोकप्रिय और आलोचकों द्वारा सराही गई फिल्मों में “थानमात्रा”, “दृश्यम”, “वानप्रस्थम”, “मुंथिरिवल्लिकल थलिर्कुम्बोल” और “पुलीमुरुगन” जैसी फिल्में शामिल हैं। इन फिल्मों ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की बल्कि मोहनलाल के अभिनय कौशल को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया।
मोहनलाल को अब तक सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए दो राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार, नौ केरल राज्य फिल्म पुरस्कार और कई अंतरराष्ट्रीय सम्मान मिल चुके हैं। इसके अलावा उन्हें 2001 में पद्म श्री और 2019 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया। यह उपलब्धियां इस बात का सबूत हैं कि मोहनलाल भारतीय फिल्म जगत के सबसे प्रभावशाली सितारों में से एक हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोहनलाल को बधाई देते हुए कहा कि वे उत्कृष्टता और बहुमुखी प्रतिभा के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि कई दशकों तक शानदार काम करने वाले मोहनलाल मलयालम सिनेमा और थिएटर के प्रमुख कलाकार हैं और केरल की संस्कृति के प्रति उनका गहरा लगाव है। पीएम ने कहा, “मोहनलाल ने तेलुगु, तमिल, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में भी बेहतरीन अभिनय किया है। उनके सिनेमाई और नाटकीय कौशल की प्रतिभा वास्तव में प्रेरणादायक है। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) मिलने पर उन्हें हार्दिक बधाई। उनकी उपलब्धियां आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी।”
नेताओं और कलाकारों की प्रतिक्रियाएं
सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने भी उन्हें बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा, “मोहनलाल जी को बधाई। केरल की खूबसूरत धरती से लेकर दुनिया भर के दर्शकों तक, उनके काम ने हमारी संस्कृति का सम्मान किया है और हमारी आकांक्षाओं को बढ़ाया है।”
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, “मोहनलाल के सभी प्रशंसकों और चाहने वालों के लिए यह गर्व का क्षण है। एक सांसद के तौर पर मुझे उनके शहर का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व है। केरल के गौरव, हमारे अपने लाल को बधाई!”
सिनेमा का बदलता परिदृश्य
विशेषज्ञ मानते हैं कि मोहनलाल को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (Dadasaheb Phalke Award) दिए जाने से न सिर्फ मलयालम सिनेमा की उपलब्धियों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिलेगी बल्कि क्षेत्रीय सिनेमा की ताकत को भी सम्मान मिलेगा। भारतीय सिनेमा का परिदृश्य बदल रहा है और इस बदलाव में मोहनलाल जैसी हस्तियों का योगदान सबसे बड़ा है।
चार दशकों का यह सफर साबित करता है कि मेहनत, जुनून और प्रतिभा से कोई भी कलाकार भारतीय सिनेमा में अमर हो सकता है। मोहनलाल अब दादासाहेब फाल्के पुरस्कार पाने वाली उन महान हस्तियों की सूची में शामिल हो गए हैं, जिनका नाम भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा याद किया जाएगा।