सीजी भास्कर, 06 मार्च। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के (Dantewada News) बारसूर थाना क्षेत्र के तुसवाल पंचायत के दो गांवों के आठ परिवारों को नक्सलियों ने जान से मारने की धमकी देकर गांव से निकाल दिया।
तीन दिन पहले, नक्सलियों ने तुसवाल पंचायत के तोड़मा और कोहकाबेड़ा गांव के इन परिवारों को गांव छोड़ने का आदेश दिया था। सभी प्रभावित परिवार दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले की सीमा पर स्थित तुसवाल पंचायत के निवासी हैं।
नक्सलियों (Dantewada News) के आतंक के कारण ये आठ परिवार गांव छोड़कर बस्तर जिले के किलेपाल और वाहनपुर गांव में शरण लेने के लिए निकल पड़े हैं। सूत्रों के अनुसार, नक्सलियों ने तीन दिन पहले पुलिस के मुखबिर होने और थुलथुली मुठभेड़ के आरोप में एक जनअदालत का आयोजन किया था, जिसमें लगभग 50 से अधिक पूर्वी बस्तर डिविजन के नक्सली शामिल हुए थे।
ग्रामीणों को पुलिस द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही है। दंतेवाड़ा (Dantewada News) के पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने बताया कि नक्सल ऑपरेशन के दौरान लगातार बड़े नक्सली नेताओं को मार गिराया जा रहा है और कई प्रमुख नेता आत्मसमर्पण कर चुके हैं। इस स्थिति के कारण नक्सली बौखलाए हुए हैं और निर्दोष ग्रामीणों को परेशान कर रहे हैं। गांव में विकास कार्य जारी है, जिसमें सड़क, पानी, बिजली और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएं जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही हैं।
इस विकास के कारण नक्सलियों का अस्तित्व संकट में है, जिसके चलते उन्होंने आठ परिवारों को गांव से बेदखल करने का आदेश दिया है। पुलिस प्रशासन इन परिवारों को पूरी सुरक्षा प्रदान कर रहा है। ये परिवार 10 साल पहले कोडेनार के गीदम में निवास करते थे। सभी परिवारों को पुलिस और जिला प्रशासन द्वारा हर संभव सहायता दी जाएगी।