सीजी भास्कर 11 नवम्बर Delhi Blast Connection : दिल्ली में हुए धमाके (Delhi Blast) के बाद जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS Raid) ने सहारनपुर में डॉक्टर परवेज़ अंसारी के घर पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई उस वक्त अहम हो गई जब घर से मिली कार सहारनपुर आरटीओ से रजिस्टर्ड पाई गई।
एटीएस की जांच में सामने आया कि बरामद कार पर इंटीग्रल यूनिवर्सिटी का पास लगा हुआ था। इससे यह शक और गहराया कि परवेज़ और पहले से गिरफ्तार डॉक्टर आदिल के बीच कोई सीधा संपर्क तो नहीं था।
एक ही जिले से दो डॉक्टरों का नाम, ATS को गहराई में खंगालनी पड़ी कड़ी
(Focus Keyphrase: Faridabad Module Link)
सूत्रों के अनुसार, फरीदाबाद मॉड्यूल (Faridabad Module Link) में पकड़ा गया डॉक्टर आदिल भी सहारनपुर का ही रहने वाला है। ऐसे में एक ही जिले से जुड़े दो डॉक्टरों का नाम सामने आना जांच एजेंसियों के लिए बड़ा संकेत है।
ATS को यह शक है कि यह नेटवर्क किसी “स्थानीय मेडिकल नेटवर्क” या “एकेडमिक कवर” के तहत काम कर रहा था। बरामद कार और यूनिवर्सिटी पास की जांच से कई अहम लिंक जुड़े हैं।
ATS की खोज — सहारनपुर से लेकर लखनऊ तक खिंची जाँच की लकीर
एटीएस की टीम ने सहारनपुर के बाद मड़ियांव और लालबाग इलाके में भी रेड की तैयारी की है। लोकल पुलिस के साथ मिलकर कई जगहों पर इलेक्ट्रॉनिक ट्रैकिंग की जा रही है।
टीम को उम्मीद है कि फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़ी यह कड़ी (Delhi Blast Connection) अब जल्द सुलझ जाएगी। जांच में कुछ डिवाइस और दस्तावेज भी बरामद हुए हैं जिनकी फॉरेंसिक जांच जारी है।
दिल्ली में ‘कार ब्लास्ट’ — नौ की मौत, राजधानी में मचा हड़कंप
सोमवार शाम लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी एक कार में अचानक जोरदार धमाका हुआ। धमाके (Delhi Blast) की तीव्रता इतनी थी कि आसपास के कई वाहनों के शीशे चकनाचूर हो गए।
अब तक नौ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है जबकि कई घायल हैं। घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है।
ब्लास्ट के बाद राजधानी में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं।
कश्मीर, यूपी, हरियाणा और दिल्ली एनसीआर में एक साथ रेड की जा रही है। फरीदाबाद में भी जांचकर्ताओं की टीमें तैनात हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया — केंद्र पर बरसे विपक्षी नेता
घटना के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार पर सवाल उठाए। एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि यह घटना “सुरक्षा एजेंसियों की गंभीर चूक” को दिखाती है।
उन्होंने पुलवामा हमले (Pulwama RDX Case) की याद दिलाते हुए कहा कि 350 किलो RDX देश में कैसे पहुंचा था, इसका जवाब अब तक नहीं मिला।
एनसीआर से भारी मात्रा में विस्फोटक और बम बनाने का सामान मिलने से सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हैं।
जांच एजेंसियों के सामने चुनौती — ‘Doctor Network’ या आतंकी मॉड्यूल?
अब जांच एजेंसियों का ध्यान इस बात पर है कि क्या Delhi Blast Connection सिर्फ मेडिकल पेशेवरों तक सीमित है या इसके पीछे कोई बड़ा आतंकी मॉड्यूल (Terror Module Network) सक्रिय है।
डॉ परवेज़ अंसारी और आदिल दोनों की यूनिवर्सिटी बैकग्राउंड तथा उनके परिचितों की कॉल डिटेल्स की जाँच जारी है।
सहारनपुर और लखनऊ के बीच कई डिजिटल लिंक सामने आए हैं, जिन्हें अब तकनीकी तौर पर वेरिफाई किया जा रहा है।
