सीजी भास्कर, 10 जून। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के पहले शहीद माने जाने वाले मंगल पांडेय को देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ देने की मांग की है।
रालोद के राष्ट्रीय सचिव अनुपम मिश्र ने सोमवार को जिला मुख्यालय पर संवाददाताओं से बातचीत में मंगल पांडेय को ‘भारत रत्न’ देने की मांग की। मिश्र रविवार को बलिया अमर शहीद सम्मान यात्रा लेकर आए और मंगल पांडेय की जन्म भूमि नगवा पहुंचे।
उन्होंने कहा कि मंगल पांडेय को भारत रत्न सम्मान दिया जाना चाहिए। यह भारत रत्न पुरस्कार का सम्मान होगा। मिश्रा ने मंगल पांडेय की विश्व में सबसे ऊंची प्रतिमा बलिया में स्थापित करने की मांग करते हुए दलील दी कि उनका कद हिंदुस्तान के तमाम स्वतंत्रता सेनानियों से कहीं ऊंचा है।
अगर उन्होंने हिन्दुस्तान की आजादी का पहला बिगुल नहीं फूंका होता तो न गांधी, नेहरू, टैगोर होते और न आंबेडकर और लोहिया होते। रालोद नेता बोले- नगवा की दुर्दशा देखकर मन दु:खी हुआ। राष्ट्रीय लोकदल नेता ने शहीद मंगल पांडे के पैतृक गांव की स्थिति पर दु:ख जाहिर करते हुए कहा कि नगवा की दुर्दशा देखकर मन दु:खी हुआ।
स्मारक के नाम पर एक चहारदीवारी है जिसमें लम्बी-लम्बी घास उग आयी है। यह बहुत दु:ख का विषय है कि हिंदुस्तान की आजादी के इस महानायक की जन्म और कर्मभूमि की हालत इतनी खराब है।
PM को भी पत्र लिख रहा हूं- अनुपम मिश्र
उन्होंने कहा कि मंगल पांडेय परिवार को इसका दु:ख है। ऐसी ही दुर्दशा चंद्रशेखर आजाद के परिवार और स्मारक की भी है। ऐसी ही दुर्दशा राम प्रसाद बिस्मिल की भी है। मैं लौटकर मुख्यमंत्री से बात करूंगा। प्रधानमंत्री को भी इस बात के लिए पत्र लिख रहा हूं। उम्मीद है कि मेरी बात सुनी जाएगी क्योंकि हम सरकार के अंग हैं।