सीजी भास्कर, 04 अक्टूबर | छत्तीसगढ़ में Dhamtari Flood Priest Rescue (धमतरी बाढ़ पुजारी रेस्क्यू) जैसी घटनाओं ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने शनिवार को 16 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना जताई गई है।
धमतरी में पुजारी का 8 घंटे का संघर्ष
धमतरी जिले के जोरातराई गांव में 65 वर्षीय पुजारी पूजा करने के लिए महानदी पार कर रहे थे। अचानक पानी का बहाव तेज हुआ और वे एक टापू पर फंस गए। Dhamtari Flood Priest Rescue ऑपरेशन शुरू हुआ और लगभग आठ घंटे बाद रेस्क्यू टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला।
गरियाबंद में महिला को खाट पर बांधकर पार कराया गया नदी
इसी बीच गरियाबंद जिले में भी इंसानी हिम्मत का नजारा देखने को मिला। प्रसव पीड़ा से जूझ रही गर्भवती महिला को ग्रामीणों ने खाट पर बांधा और नदी पार कराई। सुरक्षा के लिए उसे रस्सियों से कसकर बांधा गया, ताकि तेज धारा में कोई हादसा न हो। गांववालों की मदद से महिला को देवभोग स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया।
पोस्ट मानसून की बारिश और देर से लौटता मौसम
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, 30 सितंबर तक की बारिश को मानसूनी बारिश माना जाता है। इसके बाद की बारिश post monsoon rain कहलाती है। आमतौर पर छत्तीसगढ़ से मानसून 5 अक्टूबर के आसपास लौटता है, लेकिन इस बार इसकी वापसी करीब 10 दिन देर से होगी। अनुमान है कि मानसून 15 अक्टूबर के बाद ही लौटेगा।
किस जिले में कितनी बारिश
प्रदेश में अब तक 1167.4 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है।
- गरियाबंद के अमरिपदर में सबसे ज्यादा 101 मिमी बारिश हुई।
- बेमेतरा जिले में सबसे कम 524.5 मिमी पानी बरसा, जो सामान्य से लगभग 50% कम है।
- बलरामपुर जिले में 1520.9 मिमी वर्षा दर्ज हुई, जो सामान्य से 52% ज्यादा है।
क्यों गिरती है बिजली?
आम लोग अक्सर सवाल करते हैं कि इतनी तेज़ thunderstorm lightning आखिर क्यों गिरती है। दरअसल, बादलों में मौजूद पानी की बूंदें और बर्फ के कण जब आपस में रगड़ खाते हैं, तो चार्ज पैदा होता है। कुछ बादलों में पॉजिटिव और कुछ में नेगेटिव चार्ज इकट्ठा हो जाता है। जब ये आपस में भिड़ते हैं तो बिजली बनती है।
यह बिजली ज़्यादातर बादलों में ही रहती है, लेकिन कई बार इसकी तीव्रता इतनी होती है कि यह धरती तक पहुंच जाती है। ऐसे समय पेड़, पानी, धातु या बिजली के खंभे कंडक्टर का काम करते हैं और इंसान चपेट में आ सकता है।
अलर्ट के बीच सतर्क रहने की अपील
मौसम विभाग ने साफ कहा है कि Dhamtari Flood Priest Rescue जैसी घटनाओं से सबक लेते हुए ग्रामीणों को सतर्क रहना चाहिए। खासकर नदी, तालाब और पेड़ों के आसपास जाने से बचने की सलाह दी गई है।