सीजी भास्कर, 28 अक्टूबर | धमतरी। Dhamtari Murder Case : छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में हुई एक दिल दहला देने वाली वारदात ने पूरे इलाके को हिला दिया है। तीन दोस्तों ने मिलकर अपने ही साथी की बेरहमी से हत्या कर दी। मामला इसलिए और भयावह हो गया जब हत्या के बाद भी उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि वह जिंदा ना बचे।
शराब की महफिल में शुरू हुई बहस बनी मौत की वजह
मिली जानकारी के अनुसार, (Dhamtari Murder Case) में मृतक की पहचान मनीष कुमार मिथलेश (26) के रूप में हुई है, जो करगा गांव का निवासी था। 21 अक्टूबर की रात करीब 11 बजे उसका दोस्त होमेश कुमार साहू और चाहत यादव उसे शराब पीने के बहाने चटौद-करगा पुल के पास ले गए। शराब के दौरान मनीष ने किसी बात पर गाली-गलौज की, जिससे विवाद बढ़ गया।
पहले गला दबाया, फिर पुल के नीचे फेंका
विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी होमेश साहू ने गमछे से मनीष का गला दबा दिया। जब लगा कि वह मर चुका है, तो उसे पुल के नीचे फेंक दिया गया। लेकिन जब देखा कि मनीष अभी जिंदा है, तो तीनों ने मिलकर उसका सिर पत्थर से कुचल दिया। (Murder in Dhamtari)
पहचान मुश्किल बनाने के लिए सिर कुचला गया
हत्या के बाद तीनों आरोपी वहां से भाग निकले। मनीष की पहचान इतनी मुश्किल हो गई थी कि स्थानीय लोग पहले उसे पहचान नहीं पाए। अगले दिन 22 अक्टूबर की सुबह पुल के नीचे शव और बाइक लावारिश हालत में मिले। ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की।
पुलिस ने साइबर जांच से सुलझाई गुत्थी
जांच के दौरान मृतक के मोबाइल लोकेशन और आखिरी कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस को सुराग मिला। पूछताछ में सामने आया कि मनीष आखिरी बार होमेश साहू के साथ देखा गया था। जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया तो पहले उसने गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ पर सब कुछ कबूल कर लिया।
गाली-गलौज से बढ़ी दुश्मनी बनी मौत की वजह
एसपी ने बताया कि दोनों के बीच पहले से झगड़ा चल रहा था। रायपुर से लौटने के बाद मनीष ने फिर गालियां दीं, जिससे गुस्से में आकर होमेश ने हत्या की साजिश रची। उसके साथ चाहत यादव और मनीष कुमार साहू ने भी मदद की। तीनों ने शराब के नशे में वारदात को अंजाम दिया।
सबूत मिटाने की कोशिश भी की गई
हत्या के बाद तीनों ने खून लगे गमछे और कपड़े जलाने की योजना बनाई। एक आरोपी ने खून लगे कपड़े छिपा दिए और मोबाइल झाड़ियों में फेंक दिया। लेकिन पुलिस की साइबर और एफएसएल टीम ने सटीक जांच कर सबूत जुटाए और सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। (Chhattisgarh Crime News)
न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
तीनों आरोपियों को अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि नशे और गुस्से में की गई छोटी-सी बहस कभी-कभी जानलेवा साबित हो सकती है।
