सीजी भास्कर, 9 सितंबर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की मंशा अनुरूप ‘प्रोजेक्ट दक्ष’(Digital Empowerment Training Project Daksh) अब राजधानी रायपुर के शासकीय कार्यों को नई पहचान और गति प्रदान कर रहा है। इस महत्वाकांक्षी पहल का उद्देश्य अधिकारियों और कर्मचारियों को तकनीकी रूप से इतना सक्षम बनाना है कि प्रशासनिक कार्यप्रणाली अधिक पारदर्शी और प्रभावी हो सके।
आज कलेक्टोरेट स्थित बीपीओ मल्टीलेवल पार्किंग में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में कृषि विभाग के शेष जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी शामिल हुए। प्रशिक्षण के दौरान प्रतिभागियों को कंप्यूटर और मोबाइल के मूल उपयोग, (Digital Empowerment) साइबर सुरक्षा, डेटा गोपनीयता, डिजिटल डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट, ईमेल और अन्य ऑनलाइन टूल्स की बारीकियों से अवगत कराया गया।
प्रोजेक्ट दक्ष का सबसे अहम पहलू यह है कि यह न केवल कर्मचारियों को टेक्नोलॉजी से जोड़ रहा है, बल्कि शासन-प्रशासन की कार्यशैली को समयानुकूल और स्मार्ट बना रहा है। कर्मचारियों को यह सिखाया जा रहा है कि किस प्रकार डिजिटल टूल्स(Digital Empowerment Training Project Daksh) का इस्तेमाल कर वे अपने कार्यों में पारदर्शिता, गति और दक्षता ला सकते हैं। प्रशिक्षण में विशेष रूप से (Smart Governance) पर जोर दिया गया ताकि विभागीय प्रक्रियाओं को तेज और आसान बनाया जा सके।
अभियान के तहत यह भी स्पष्ट किया गया कि डिजिटल दुनिया में साइबर सुरक्षा और डेटा गोपनीयता कितनी जरूरी है। कर्मचारियों को समझाया गया कि तकनीक का सही और सुरक्षित उपयोग ही भविष्य की सफलता की कुंजी है।
‘प्रोजेक्ट दक्ष’ केवल एक प्रशिक्षण कार्यक्रम नहीं बल्कि कर्मचारियों की सोच और कार्यशैली में बदलाव लाने का एक बड़ा कदम है। इस पहल से उम्मीद है कि आने वाले दिनों में जिले का हर सरकारी विभाग स्मार्ट टेक्नोलॉजी(Digital Empowerment Training Project Daksh) से लैस होकर बेहतर (Digital Transformation) की ओर बढ़ेगा।
कलेक्टर ने भी कर्मचारियों से कहा कि इस अवसर को केवल औपचारिकता न समझें, बल्कि इसे अपने दैनिक कामकाज में लागू कर जनता को और बेहतर सेवाएं देने का माध्यम बनाएं।
