सीजी भास्कर, 16 अगस्त। भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक को लेकर राजनीतिक गलियारों में पिछले कुछ दिनों से कई तरह की चर्चाएं चल रही थीं।
ऐसा कहा जा रहा था कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संघ और पार्टी के बीच सहमति नहीं बन पा रही है।
अब इन सब राजनीतिक चर्चाओं को लेकर आरएसएस की तरफ से बयान सामने आया है जिसमें इस तरह की चर्चाओं को केवल अफवाह बताया गया है।
आरएसएस नेता राम माधव ने एक इंटरव्यू में साफ किया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) एक ही वैचारिक परिवार का हिस्सा हैं और दोनों के बीच कोई मतभेद नहीं है.
उन्होंने कहा कि दोनों संगठन राजनीति और समाज सेवा के अपने-अपने क्षेत्रों में काम करते हैं।
आरएसएस नेता ने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में आरएसएस के 100 साल के इतिहास को मान्यता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी तारीफ भी की है।
राम माधव ने कहा कि इस तरह की अटकलें समय-समय पर लगाई जाती हैं। अगर उन्हें कोई मुद्दा नहीं मिलता है तो आरएसएस को आगे लाया जाता है और कहा जाता है कि आरएसएस और भाजपा के बीच मनमुटाव है।
किस मुद्दे पर थी खटपट की खबर?
भारतीय जनता पार्टी ने अपने नए प्रदेश अध्यक्ष का ऐलान कर दिया है। लेकिन अब तक राष्ट्रीय अध्यक्ष का ऐलान नहीं हो पाया है।
ऐसा कहा जा रहा था कि राष्ट्रीय अध्यक्ष पद को लेकर ही बीजेपी और आरएसएस में खटपट चल रही है।
इसके अलावा पिछले दिनों संघ प्रमुख मोहन भागवत ने राजनीति में 75 साल को लेकर भी जिक्र किया था।
इन बयानों को ही मनमुटाव की वजह बताया जा रहा था. हालांकि आरएसएस ने साफ किया कि इस तरह की खबरें केवल अफवाह ही हैं।
पीएम मोदी के कारण कार्यकर्ताओं को गया अच्छा संदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के संबोधन आरएसएस की तारीफ की थी। इसको लेकर राम माधव ने कहा कि पीएम के इस मैसेज से कार्यकर्ताओं में एक अच्छा संदेश गया है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने आरएसएस की 100वीं वर्षगांठ पर इसका उल्लेख किया और संगठन द्वारा राष्ट्र के लिए किए गए कार्यों की सराहना की तथा यह भी कहा कि स्वयंसेवक सभी के लिए प्रेरणास्रोत होते हैं।