सीजी भास्कर 19 दिसम्बर देहरादून में आयोजित पब्लिक रिलेशन्स सोसायटी ऑफ इंडिया के तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में मीडिया शिक्षा के वरिष्ठ शिक्षाविद् डॉ शाहिद अली को जनसंचार और जनसंपर्क के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। Dr Shahid Ali National Award को जनसंचार जगत में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
विशिष्ट अतिथियों की मौजूदगी में हुआ सम्मान
सम्मान समारोह उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, विधायक उमेश शर्मा ‘काऊ’, इंडियन ऑयल फरीदाबाद के डायरेक्टर आलोक शर्मा और पीआरएसआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ अजीत पाठक की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। मंच पर शिक्षा, प्रशासन और उद्योग जगत का संगम देखने को मिला।
तकनीक के युग में स्किल्ड युवाओं की जरूरत पर जोर
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि आज का दौर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और आधुनिक तकनीकों का है, ऐसे में युवाओं को अधिक दक्ष और स्किल्ड बनाना समय की मांग है। उन्होंने कहा कि जनसंचार संस्थाएं समाज और संस्कृति को मजबूती देने का महत्वपूर्ण कार्य कर रही हैं।
47वें राष्ट्रीय अधिवेशन में हुआ व्यापक मंथन
पीआरएसआई के 47वें राष्ट्रीय अधिवेशन में देशभर से तीन सौ से अधिक संचार, जनसंपर्क और मीडिया क्षेत्र से जुड़े विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। अधिवेशन में तकनीकी बदलाव, संचार की बदलती भूमिका और राष्ट्र निर्माण में मीडिया के योगदान जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
रायपुर चैप्टर से राष्ट्रीय स्तर तक योगदान
उल्लेखनीय है कि इससे पहले पीआरएसआई का 46वां राष्ट्रीय अधिवेशन रायपुर में आयोजित किया गया था। वर्तमान में पीआरएसआई रायपुर चैप्टर के चेयरमैन डॉ शाहिद अली को मिला यह सम्मान छत्तीसगढ़ के जनसंचार क्षेत्र के लिए भी गर्व का विषय माना जा रहा है।
मीडिया शिक्षा में शोध और पाठ्यक्रमों का विस्तार
डॉ शाहिद अली के मार्गदर्शन में दस से अधिक शोधार्थी पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर चुके हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय स्तर पर यूजी, पीजी और पीएचडी के कई पाठ्यक्रमों की शुरुआत कर शिक्षा और शोध के अनुशासन को सुदृढ़ किया है। उनकी रिसर्च मेथडोलॉजी (research methodology in communication) विद्यार्थियों के बीच काफी लोकप्रिय रही है।
देशभर से मिली शुभकामनाएं
राष्ट्रीय सम्मान की घोषणा के बाद छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों से जनसंचार, मीडिया शिक्षा और जनसंपर्क से जुड़े लोगों ने डॉ शाहिद अली को बधाइयाँ दीं और उनके योगदान को प्रेरणादायक बताया।


