सीजी भास्कर, 17 अगस्त। स्वतंत्रता दिवस की रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ में शराब के नशे में धुत एक शिक्षक ने ऐसा हंगामा मचाया कि अस्पताल में मौजूद मरीज और स्टाफ दहशत में आ गए।
नशे में मदहोश शिक्षक ने चिकित्सक व नर्सों को गालियां दीं, मारपीट की, वार्ड में तोड़फोड़ की और यहां तक कि आक्सीजन सिलिंडर उठाकर हमला करने दौड़ पड़ा।
आखिरकार अस्पताल कर्मियों और अन्य लोगों ने मिलकर उसके हाथ-पैर बांध दिए, तब जाकर उसका उत्पात खत्म हुआ।
पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना का वीडियो अब इंटरनेट मीडिया पर बहुप्रसारित हो रहा है
शराबी शिक्षक की पहचान प्रबोध एक्का (40) निवासी तलासिल्ली सोनक्यारी जिला जशपुर के रूप में हुई है।
वह शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय रेहड़ा शंकरगढ में विज्ञान विषय का सहायक शिक्षक (एलबी) है।
उसके साथ आई पत्नी ने भी चिकित्सक और स्टाफ को देख लेने की धमकी दी।
इस घटना की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी को भी दे दी गई है।
15 अगस्त की रात करीब 7:30 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र शंकरगढ़ में खंड चिकित्सा अधिकारी डाक्टर आफताब अंसारी अपनी ड्यूटी पर मौजूद थे।
इसी दौरान नशे में धुत शिक्षक, तीन-चार साथियों के साथ अस्पताल पहुंचा और आते ही गालियां देने लगा। जब चिकित्सक और स्वीपर सुरेश कांशी ने रोकने की कोशिश की तो आरोपित ने सुरेश का गला दबा दिया।
हंगामे को रोकने की कोशिश में आरोपित को आपातकालीन वार्ड ले जाया गया।
वहां उसने ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स आस्था पटेल पर बीपी मशीन फेंक कर मारने की कोशिश की।
नर्स किसी तरह बच गई।
डॉक्टर अंसारी बीच-बचाव करने पहुंचे तो आरोपित ने उनका भी गला दबा दिया और लोहे की कुर्सी उठाकर हमला करने दौड़ पड़ा। शराबी शिक्षक ने आक्सीजन सिलिंडर उठाकर चिकित्सक, नर्स, स्टाफ और मरीजों को मारने की धमकी दी।
डर के मारे लोग इधर-उधर भागने लगे। इस दौरान उसने वार्ड का इंजेक्शन टेकिंग रूम तोड़ डाला और एक बीपी मशीन भी फोड़ दी।
करीब 50 हजार रुपये की शासकीय संपत्ति का नुकसान हुआ।
आखिरकार अस्पताल के कर्मचारियों तथा मरीजों के स्वजन ने शराब के नशे में धुत शिक्षक को काबू में किया। उसका विरोध इतना ज्यादा था कि लोगों को उसके हाथ-पैर बांधने पड़े। तब जाकर हालात काबू में आए।
इसके बावजूद वह लगातार गालियां देता रहा। चिकित्सक ने थाना प्रभारी को सूचना दी।
थोड़ी देर बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। उसे गिरफ्तार कर थाने ले जाया गया। जब तक वह नशे में था तब तक उत्पात करता रहा।
पुलिस ने आरोपित के विरुद्ध मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी, शासकीय कार्य में बाधा और शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने तथा छत्तीसगढ़ चिकित्सा सेवक तथा चिकित्सा सेवा संस्थान (हिंसा तथा संपत्ति की क्षति या हानि की रोकथाम) अधिनियम की धाराओं में अपराध दर्ज कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया है।