सीजी भास्कर, 10 दिसंबर। दुर्ग जिले में सामने आई गैंगस्टर-शैली वाली एक वारदात ने शहर से गांव तक हलचल मचा दी है। केटरिंग में साथ काम करने के दौरान (Durg Murder Case) शुरू हुआ प्रेम, झगड़ों और अविश्वास में बदलते-बदलते एक ऐसी दिशा में पहुंच गया जहां आरोपी प्रेमी ने अपनी 6 साल बड़ी साथी की हत्या कर दी।
योजना इतनी सुनियोजित थी कि पहले प्रेमिका को मोमोज और पकौड़ा खिलाया गया, फिर चापर से गले पर वार कर मौत के घाट उतारा गया, और पहचान छिपाने के लिए पेट्रोल छिड़ककर सबूत जलाने की कोशिश की गई।
पूरा मामला उतई थाना क्षेत्र का है। मृतका उर्मिला निषाद (30) और आरोपी विजय बांधे (24) दोनों केटरिंग का कार्य करते थे, जिससे ही इनकी जान-पहचान शुरू हुई और धीरे-धीरे रिश्ता प्रेम तक पहुंच गया। लेकिन समय के साथ तनाव बढ़ता गया—विवाह की मांग, पैसों को लेकर तकरार और सामाजिक दबाव ने रिश्ते को हिंसा की ओर मोड़ दिया।
पुलिस रिपोर्ट में बताया (Durg Murder Case) गया कि उर्मिला लगातार विजय से विवाह की बात कहती थी, जबकि आरोपी पहले से शादीशुदा था और उसकी पत्नी गर्भवती है। परिवार और जिंदगी के दो मोर्चों के बीच फंसा विजय, प्रेमिका को रास्ते से हटाना ही एकमात्र समाधान मान बैठा।
कैसे रची गई वारदात — मोमोज, नहर किनारे सुनसान मैदान और मौत
7 दिसंबर की शाम विजय उर्मिला को यह कहकर साथ ले गया कि उसे पाटन में शादी के काम के लिए जाना है। सुपेला से उसने मोमोज और चाइनीज पकौड़ा पैक करवाया और बाइक से पुरई नहर किनारे सुनसान इलाके में पहुंचा। साथ बैठकर खाया गया खाना, थोड़ी देर की बातचीत—और फिर वह पल जहां रिश्ते का अंत खौफनाक मोड़ लेता है।
विजय ने चापर निकालकर उर्मिला पर हमला कर दिया। वार पर वार हुआ और प्रेमिका वहीं गिर पड़ी। इसके बाद आरोपी ने शव पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। आसपास से पैरा-घास इकट्ठा कर जलती आग पर डाला गया, ताकि पहचान और सुराग दोनों मिट जाएं। फिर वह बाइक से गांव वापस लौट गया।
गुमशुदगी रिपोर्ट के बहाने बचने की कोशिश, लेकिन उलझे कदम खुद ही पकड़वा गए
हत्या के अगले दिन विजय सुपेला थाने पहुंचा और उर्मिला की गुमशुदगी दर्ज करवाई, ताकि शक से बच सके। लेकिन बयान में कई विरोधाभास उभरे—समय, घटनाक्रम और मिलने की आखिरी जगह अलग-अलग। यहीं से पुलिस का शक गहराया और उसे हिरासत (Durg Murder Case) में लिया गया। पूछताछ में सच ज्यादा देर नहीं छुप पाया।
सीसीटीवी फुटेज, कॉल डिटेल, पेट्रोल खरीदने की लोकेशन और व्यवहार—सब टुकड़ों की तरह जुड़ते गए और अंत में आरोपी ने कबूल किया। पुलिस ने खून से सना कपड़ा भी बरामद किया है और जांच आगे जारी है। टीम यह भी खंगाल रही है कि क्या इस साजिश में कोई और शामिल था।
मामला सिर्फ हत्या नहीं, मानसिक दबाव और आर्थिक तनाव की गहरी परतें
इस केस ने फिर साबित कर दिया कि निजी संबंधों की खाई जब गहरी होती है, तो उसका अंत अक्सर भयावह होता है। विवाह का दबाव, आर्थिक तंगी, आपसी अविश्वास और सार्वजनिक अपमान—इन सबने मिलकर इस रिश्ते को एक अंधे मोड़ पर ला खड़ा किया जहां परिणाम एक इंसानी जीवन की कीमत पर मिला। पुलिस फिलहाल आरोपी से विस्तृत पूछताछ कर रही है, और आने वाले दिनों में इस केस से जुड़े और तथ्य सामने आ सकते हैं।


