सीजी भास्कर, 8 जुलाई |
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के जंगल से हाथियों के दल का एक और वीडियो सामने आया है। बारिश के बाद हाथी का दल जमीन पर लेटे हुए नजर आया। बड़े हाथी के पेट पर बेबी एलिफेंट चढ़ने की कोशिश करने लगा, लेकिन नहीं चढ़ पाने से जमीन पर लोटकर मस्ती करते रहा।
यह वीडियो धरमजयगढ़ वन मंडल का है। जहां हाथी ट्रैकर, हाथी मित्र दल और वन अमला लगातार हाथियों पर निगरानी रखे हुए हैं।
ड्रोन कैमरे से की जा रही निगरानी
धरमजयगढ़ क्षेत्र में सोमवार को रुक-रुककर बारिश हो रही थी। तब छाल वन परिक्षेत्र के हाटी के जंगल में हाथी मित्र दल ने हाथी दल की ड्रोन कैमरे से निगरानी की। उन्हें एक दल में बेबी एलिफेंट मस्ती करते हुए नजर आया।
इसके बाद कैमरे की नजर वहीं टिक गई। देखा गया कि पास में और भी छोटे शावक खड़े हैं। शावक जब बड़े हाथी के पेट पर नहीं चढ़ सका, तो जमीन पर लोटने लगा। पीछे से 2 बड़े हाथी भी आ गए। जानकारी के मुताबिक हाटी बीट में 7 हाथी का दल विचरण कर रहा है।
3 ड्रोन से कर रहे निगरानी
धरमजयगढ़ वन मंडल के जंगल में साल भर हाथियों की मौजूदगी होती है। ऐसे में इनकी निगरानी ड्रोन कैमरे से की जाती है। सबसे अधिक हाथी छाल और धरमजयगढ़ रेंज में होते हैं।
इस कारण यहां 3 ड्रोन कैमरे से उन पर नजर रखी जा रही है। इसमें 1 सामान्य और 2 थर्मल ड्रोन कैमरा है, जो रात में भी काम करता है। साथ ही 3 हाथी मित्र दल छाल और 4 धरमजयगढ़ रेंज में हैं।
धरमजयगढ़ वन मंडल में 112 हाथी
सोमवार को विभागीय रिकार्ड के अनुसार धरमजयगढ़ वन मंडल में 112 हाथियों का दल विचरण कर रहा है। इसमें नर 27, मादा 52 और शावक की संख्या 33 है। बारिश के दिनों में वन अमला की निगरानी बढ़ जाती है।
अक्सर इस मौसम में पुटू और अन्य वनोपज लेने के लिए ग्रामीण जंगल जाते हैं। ऐसे में सुरक्षा के लिहाज से उन्हें मना किया जाता है। ग्रामीण हाथी प्रभावित क्षेत्र के जंगल में न जाए, इस पर नजर रखी जाती है।
छाल रेंज के जंगल का वीडियो
इस संबंध में SDO बाल गोविंद साहू ने बताया कि हाथियों के मस्ती का वीडियो छाल रेंज के हाटी बीट का है। करीब 7 हाथी इस क्षेत्र में विचरण कर रहे हैं। उनकी निगरानी ड्रोन कैमरे से की जा रही है। प्रभावित गांव में मुनादी भी कराई गई है। ताकि कोई ग्रामीण हाथी प्रभावित जंगलों की ओर न जाए।