🟥 वंदे मातरम् बिल्डर्स एंड श्री राम डेवल्पर्स एंड इन्फ्रा सहित अनेक लोगों की लिखित शिकायत
🟦 अपना अपना प्लाट एरिया बढ़ाने रातों रात मिट्टी पाट बदल दिया गया मूल स्वरूप, अब होगी जांच
सीजी भास्कर, 08 अप्रैल। कुम्हारी से औद्योगिक क्षेत्र 32 एकड़, हाऊसिंग बोर्ड, कैलाश नगर से कोहका होते हुए कोसा नगर में मिलने वाला केडिया नाला हाउसिंग बोर्ड और कैलाश नगर के बीच बुरी तरह अतिक्रमण का शिकार हो गया है।
हालांकि समय समय पर इस नाले के मूल स्वरूप को बदल अपने अपने कब्जे का दायरा बढ़ाने की लगातार शिकायतें मिलती रही हैं मगर कैलाश नगर क्षेत्र में एक बिल्डर के अतिक्रमण से समीपस्थ लोगों का आक्रोश बढ़ा नतीजतन बहुत से लोग लामबंद हो नाला को कब्जामुक्त करने की मांग कर रहे हैं।
कई शिकायतों के बाद भिलाई नगर निगम अब कड़े फैसले लेगा। सोमवार को निगम आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों की वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन की मौजूदगी में लगभग 3 घंटे हुई बैठक में इस शासकीय नाला के सीमांकन का निर्णय लिया गया है।
वैशाली नगर विधायक रिकेश सेन और निगम कमिश्नर तक इस नाला पर अतिक्रमण की लगातार शिकायतें पहुंच रही थीं। जिनमें नाला के मूल स्वरूप और वर्तमान स्थिति को दर्शाते हुए अतिक्रमण क्षेत्र को स्पष्ट किया गया है।
शिकायतों में यह भी बात सामने आई है कि कई स्थानों पर नाला को रातों रात मन मुताबिक अगल-बगल हटाते हुए कुछ रसूखदार अपना प्लाट एरिया बढ़ाते रहे हैं। इस बीच नाले के ले-आउट के विपरीत एक बिल्डर भी बड़ा कब्जा कर चुका है। इस तरह मनमुताबिक लोग लगातार नाला को पाट कर उसके मूल स्वरूप को बदल अतिक्रमण कर चुके हैं।
आपको बता दें कि शिकायत अनुसार श्रीराम हाईट्स कैलाश नगर भिलाई के कॉलोनाईजर वंदे मातरम् बिल्डर्स एंड श्री राम डेवल्पर्स एंड इन्फ्रा द्वारा नाले की शासकीय जमीन पर अतिक्रमण कर निर्माण किया जा रहा है।

इस अवैध निर्माण को तोड़ने निगम में हस्ताक्षरित मांग की गई है। आरोप है कि कॉलोनाईजर द्वारा शासकीय नाले को पाट कर भूमि पर अतिक्रमण करते हुये ले-आउट के विपरीत कब्जा कर निर्माण किया जा रहा हैं और नाले की जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया है।
गौरतलब हो कि नाला को पाट कर कई स्थानों पर संकरा कर दिया गया है जिससे बरसात में कब्जे की वजह से चौड़ाई कम होने के कारण आस पास के रहवासियों को जल भराव की समस्या से जूझना पड़ता है। शिकायत में बताया गया है कि नाला पर बिल्डर के अतिक्रमण बाद आगामी बरसात में हालात और भी बद्तर होंगे।
स्थानीय लोगों द्वारा विधायक रिकेश सेन और निगम कमिश्नर से तत्काल हस्तक्षेप कर अतिक्रमण से नाला को मुक्त कराने की मांग किए जाने पर इस शासकीय नाला के सीमांकन का निर्णय लिया गया है ताकि अतिक्रमण हटा कर नाला को मूल स्वरूप में लाते हुए इसे व्यवस्थित किया जा सके। अतिक्रमण के कारण ही इस नाला की साफ सफाई में भी दिक्कत होती थी।