सीजी भास्कर, 15 अगस्त : दो वर्ष 10 महीने पहले हुए सरपंच चुनाव के परिणाम को सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की खंडपीठ ने बदल दिया है। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने पुनर्मतगणना कराने से इन्कार कर दिया था, लेकिन देश की शीर्ष अदालत ने ईवीएम की पुनर्मतगणना कराई और मोहित मलिक को 51 वोट से विजयी घोषित किया गया। प्रशासन ने गुरुवार को उन्हें सरपंच पद की शपथ दिलाई।
यह देश में अपनी तरह का पहला मामला माना जा रहा है। 2 नवंबर 2022 को हुए ग्राम पंचायत चुनाव में एक अधिकारी की गलती से कुछ घंटे के लिए बुआना लाखू के दो सरपंच बन गए थे। चुनाव में सरपंच पद के सात प्रत्याशी थे। मुकाबला कुलदीप और मोहित में था। गांव के बूथ नंबर 65, 66, 67, 68, 69 और 270 बनाए गए थे। निर्वाचन अधिकारी से बूथ नंबर 69 पर गलती से परिणाम बदल गया। मोहित को मिले वोट कुलदीप के खाते में जुड़ गए और कुलदीप के वोट मोहित के खाते में जुड़ गए। सभी बूथों के योग के आधार पर कुलदीप को विजयी घोषित कर दिया गया।
गड़बड़ी सामने आने पर रिटर्निंग अधिकारी ने परिणाम संशोधित करते हुए मोहित को विजेता घोषित किया, लेकिन कुलदीप ने हार मानने से इन्कार कर दिया था। उसे प्रमाणपत्र मिल चुका था। कुलदीप 12 नवंबर 2022 को हाई कोर्ट से स्टे ले आया। पहली जून 2025 को हाई कोर्ट ने दोबारा मतगणना कराने से इन्कार कर दिया और फैसला कुलदीप के पक्ष में दिया। 12 जून को मोहित ने हाई कोर्ट के फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी। 31 जुलाई को पहली सुनवाई हुई और सात जुलाई को अपनी निगरानी में दोबारा मतगणना का आदेश दिया। सात जुलाई को सुप्रीम कोर्ट में मतगणना हुई, जिसमें कुलदीप को एक हजार और मोहित को 1051 वोट मिले। इसके बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रखते हुए 11 अगस्त की तारीख दी।
11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति सूर्यकांत, दीपांकर दत्ता और एनके सिंह की पीठ ने मोहित को विजयी घोषित कर जिला प्रशासन को दो दिन में शपथ दिलाने का आदेश दिया था। न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने कहा कि ओएसडी (रजिस्ट्रार) द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट पर संदेह करने का प्रथम दृष्टया कोई कारण नहीं है। विशेष रूप से जब पूरी पुनर्गणना की उचित रूप से वीडियोग्राफी की गई है। नवनिर्वाचित सरपंच मोहित मलिक को गुरुवार को बीडीपीओ कार्यालय में डीडीपीओ राजेश शर्मा ने शपथ दिलाई। सरपंच को ग्रामीणों ने फूलमाला और मिठाई बांटकर बधाई दी। जगह-जगह महिलाओं ने मोहित को तिलक कर स्वागत किया।