सीजी भास्कर, 4 नवंबर | छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में (Fake Land Documents Case Durg) एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक बेटे ने अपने ही पिता और दिवंगत दादी की जमीन को कब्जाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार कर लिए। यह घटना तहसील पाटन के ग्राम पतोरा की है। आरोपी ने अपनी स्वर्गीय दादी के अंगूठे के निशान (Fake Thumb Impression) और पिता के हस्ताक्षर (Forged Signature) किसी अन्य व्यक्ति से करवा लिए।
पुलिस ने मामले की जांच के बाद मुख्य आरोपी के साथ दो अन्य साथियों को गिरफ्तार किया है।
पिता ने दर्ज कराई शिकायत, बेटे और साथियों पर लगाया धोखाधड़ी का आरोप
प्रार्थी पुसऊराम साहू ने थाना उतई में शिकायत दर्ज कराई कि उसके बेटे रुपेश कुमार साहू ने दोस्तों की मदद से एक फर्जी आम मुख्त्यारनामा (Power of Attorney Fraud) तैयार करवाया।
पिता का कहना है कि दस्तावेज इस तरह से तैयार किया गया कि उसमें न तो वह स्वयं उपस्थित थे और न ही उनकी दिवंगत मां। दोनों की जानकारी या सहमति के बिना अन्य लोगों से हस्ताक्षर और अंगूठा निशान लेकर दस्तावेज पंजीकृत करा लिया गया।
Sub Registrar Office में तैयार हुआ फर्जी दस्तावेज, परिवार को नहीं थी जानकारी
जांच में सामने आया कि यह कूटरचित दस्तावेज उप-पंजीयक कार्यालय दुर्ग में पंजीकृत कराया गया था। पुसऊराम साहू ने बताया कि जमीन उनके और उनकी मां स्वर्गीय सुरजाबाई साहू के नाम पर संयुक्त रूप से दर्ज थी। इसके बावजूद बेटे और उसके सहयोगियों ने बिना जानकारी के यह सारा खेल रचा।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं, फिर भी उनके नाम से fake thumb impression लगाकर दस्तावेज निष्पादित कराया गया।
धोखाधड़ी का मामला दर्ज, पुलिस ने की त्वरित कार्रवाई
शिकायत के आधार पर थाना सिटी कोतवाली दुर्ग में आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 423, 467, 468, 470, 471, 120-बी, 34 भादवि के तहत अपराध दर्ज किया गया। पुलिस ने इस (Land Fraud Case) की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विवेचना शुरू की।
जांच के दौरान तीन आरोपियों – भुनेश्वर प्रसाद साहू, देवादास मानिकपुरी और पूरन लाल साहू – को हिरासत में लिया गया। पूछताछ के बाद तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार किया।
Police Investigation में खुला पूरा षड्यंत्र, आरोपियों ने कबूला गुनाह
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर कूटरचित दस्तावेज (Forged Documents) तैयार किए थे। इन दस्तावेजों के जरिए इंकरारनामा बनवाकर जमीन हड़पने की साजिश रची गई थी।
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर 3 नवंबर 2025 को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया। अधिकारियों का कहना है कि इस पूरे प्रकरण में और भी नाम सामने आ सकते हैं, जिनकी जांच जारी है।
पुलिस ने चेताया – पारिवारिक जमीन विवादों में ऐसे फर्जीवाड़े पर रहे सतर्क
पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि पारिवारिक संपत्ति या भूमि विवादों (Property Fraud) में किसी भी दस्तावेज पर बिना पूरी जांच-पड़ताल किए हस्ताक्षर न करें। फर्जी दस्तावेज बनाकर भूमि हड़पने के ऐसे मामले लगातार सामने आ रहे हैं।
इस घटना ने जिले में चर्चा का माहौल बना दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह का अपराध किसी बाहरी व्यक्ति से नहीं, बल्कि खुद परिवार के भीतर से होना सबसे दर्दनाक पहलू है।
