सीजी भास्कर, 18 अगस्त : रक्षाबंधन वाले दिन पत्नी झगड़ा कर मायके चली गई। छोटी-छोटी तीन बेटियां थीं, उन्हें पति के पास ही छोड़ गई। पति ने फोन पर पत्नी से लौटने की कई बार गुहार लगाई, लेकिन वह नहीं मानी। परेशान होकर वह तीनों बेटियों को बाइक से लेकर यमुना के पुल पर पहुंचा। शराब पी, फिर तीनों को गले लगाया और रोने लगा। इसके बाद मंझली और छोटी बेटी को नदी में फेंका, फिर खुद भी छलांग लगा दी। बड़ी बेटी भाग निकली, इसलिए बच गई। उससे जानकारी पाकर आसपास के लोग जब तक दौड़े, तब तक तीनों तेज धार में डूब चुके थे। पुलिस ने दो गोताखोरों से तलाश शुरू कराई, लेकिन सोमवार शाम छह बजे तक उनका कोई पता नहीं चला। घटना उत्तर प्रदेश में उरई जिले में स्थित जुही का पुल के पास हुई।
कामता प्रसाद के पुत्र रज्जन निषाद का विवाह करीब 10 साल पहले औरैया की शारदा के साथ हुआ था। उनके तीन बेटियां थीं। सुनैना छह वर्ष की है, जबकि अला चार और बाबू की उम्र दो वर्ष थी। कामता ने बताया कि रज्जन मजदूरी करता था। रक्षाबंधन के दिन उसके ससुराल वाले आए थे। रज्जन को भला-बुरा कहा और शारदा को ले गए थे। बड़ी बेटी सुनैना ने बताया कि रविवार रात को पापा ने मम्मी को फोन कर आने को कहा तो वह झगड़ा करने लगी थीं।
सोमवार सुबह 10 बजे भी मां से पिता की फोन पर बात हुई थी। कहासुनी के बाद पिता गुमसुम बैठे रहे। उन्होंने 11 बजे के करीब तीनों बहनों को बाइक पर बैठाया और जुही का पुल पर पहुंचे। वहीं शराब पीने के बाद पिता ने अला को गोद में लेकर चूमा और यमुना में फेंक दिया, यह देख हम दोनों बहनें रोने लगीं। पापा ने फिर बाबू को गोद में लिया। वह छटपटा रही थी, लेकिन उसे सीने से चिपटाया, फिर दूसरी ओर मुंह मोड़ कर नदी में फेंक दिया।
सुनैना ने बताया कि यह देख वह भागी। पिता ने पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन फिर लौटे और नदी में खुद भी कूद गए। डूबने वाले तीनों जगम्मनपुर ग्राम पंचायत के मजरा मढ़ेपुरा के रहने वाले थे। इससे पहले बांदा में रक्षाबंधन के दिन एक महिला ने अपनी तीन बेटियों के साथ नहर में कूदकर जान दे दी थी। उरई के एसपी डा. दुर्गेश कुमार ने बताया कि युवक का पत्नी से विवाद होने की बात सामने आई है। तीनों की तलाश की जा रही है।