सीजी भास्कर, 29 सितंबर। जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम पंचायत लच्छनपुर के सचिव श्री रमाशंकर कश्यप को वित्तीय अनियमितताओं (Financial Irregularity) के चलते निलंबित कर दिया गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत बम्हनीडीह द्वारा गठित जांच दल ने पाया कि पंचायत के 13 कार्यों में लगभग 6 लाख 55 हजार 324 रुपए की राशि का अनियमित व्यय (Financial Irregularity) किया गया है। कई स्थलों पर कार्य अधूरे मिले और कुछ जगह कार्य शुरू ही नहीं हुए।
इस पर सचिव से स्पष्टीकरण मांगा गया था, किंतु उनका जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। जांच में यह साबित हुआ कि सचिव ने अपने कर्तव्यों का सही निर्वहन नहीं किया और गंभीर लापरवाही बरती है। जांच दल ने स्पष्ट उल्लेख किया कि सचिव द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों का समुचित निर्वहन नहीं किया गया है तथा उन्होंने वित्तीय अनियमितता (Financial Irregularity) की है।
यह आचरण घोर उदासीनता, लापरवाही, स्वेच्छाचारिता एवं वरिष्ठ अधिकारियों की अवहेलना की श्रेणी में आता है, जो छत्तीसगढ़ पंचायत (आचरण) नियम 1998 के विपरीत है। जिला पंचायत सीईओ श्री गोकुल रावटे ने कार्रवाई करते हुए श्री कश्यप को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबन अवधि में उनका मुख्यालय जनपद पंचायत बम्हनीडीह कार्यालय रहेगा और उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता मिलेगा। साथ ही, विभाग ने संकेत दिया है कि आगे की जांच में यदि और गड़बड़ी सामने आती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने भी इस मामले में अपनी नाराजगी जाहिर की है। ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत के कई कार्य अधूरे हैं, जिससे गांव के विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। ग्रामीणों ने यह भी मांग की है कि इस तरह की वित्तीय अनियमितता (Financial Irregularity) करने वाले अधिकारियों पर कठोरतम दंड होना चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की लापरवाही को रोका जा सके।
इस कार्रवाई से जिले की अन्य पंचायतों को भी एक सख्त संदेश गया है कि अगर किसी भी अधिकारी द्वारा वित्तीय अनियमितता (Financial Irregularity) की जाएगी, तो उसके खिलाफ तुरंत और सख्त कदम उठाए जाएंगे।