महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस समय गुजरात को लेकर दिए गए एक नारे के चलते सुर्खियों में बने हुए हैं. उन्होंने एक कार्यक्रम में ‘जय गुजरात’ का नारा लगाया था. इसी के बाद से विपक्ष पर उन पर निशाना साध रहा है. इसी बीच अब उन्हीं की पार्टी के सांसद प्रताप जाधव ने मुंबई को गुजरात की पूर्व राजधानी बताया है.
शिंदे गुट की शिवसेना के सांसद प्रताप जाधव ने मुंबई को पड़ोसी राज्य यानी गुजरात की राजधानी बताया है. इसी के बाद से विपक्षी पार्टी उन पर निशाना साध रही है.
मुंबई को बताया गुजरात की राजधानी
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री जाधव रविवार को एकनाथ शिंदे को लेकर छिड़े मामले पर बात कर रहे थे. इसी दौरान बात करते हुए उन्होंने कहा, ऐसे मुद्दों पर राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है. गुजरात हमारा पड़ोसी राज्य है. यह पाकिस्तान में नहीं है. इसी के साथ जाधव ने कहा, मुंबई संयुक्त महाराष्ट्र (आंदोलन) के दौरान गुजरात की राजधानी भी थी.
विपक्ष ने साधा निशाना
सांसद जाधव के इस बयान पर शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने आपत्ति जताई. प्रियंका चतुर्वेदी ने निशाना साधते हुए कहा, यह आदमी केंद्र में राज्य मंत्री है. यह आदमी वो व्यक्ति है जिसने पनास खोखे (50 बक्से) के लिए अपनी ही पार्टी के नेतृत्व को धोखा दिया. यह आदमी महाराष्ट्र की जय गुजरात पार्टी का भी हिस्सा है. कोई आश्चर्य नहीं कि इस आदमी ने मतिभ्रम करना शुरू कर दिया है और अपने आकाओं को खुश करने के लिए इतिहास बनाना शुरू कर दिया है. शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि जाधव का बयान महाराष्ट्र के लिए नफरत दिखाता है.
एकनाथ शिंदे ने क्या बयान दिया था?
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पिछले हफ्ते पुणे में एक कार्यक्रम में बात कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की सराहना की और अपने भाषण को इस नारे के साथ समाप्त किया: “जय हिंद, जय महाराष्ट्र, जय गुजरात.
”भाषण को समाप्त करने में उनके जय गुजरात कहने को लेकर ही विपक्ष ने निशाना साधा. जबकि विपक्षी सदस्यों ने उन पर “सत्ता का लालची” होने का आरोप लगाया. क्योंकि अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी गुजरात से हैं. वहीं, दूसरी तरफ मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने शिंदे का बचाव करते हुए कहा, सिर्फ इसलिए कि शिंदे ने ‘जय गुजरात’ कहा, इसका मतलब यह नहीं है कि शिंदे को महाराष्ट्र से ज्यादा गुजरात पसंद है.