सीजी भास्कर, 03 दिसंबर। शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष और पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाई गई है। उन्हें वॉशरूम धोने, जूता और जूठे बर्तन साफ करने की अकाल तख्त ने सजा सुनाई है। जिसके बाद सुखबीर सिंह बादल गले में पट्टिका लगाए औऱ हाथ में बरछा लेकर व्हीलचेयर पर श्री हरमंदिर साहिब पहुंचे। पंजाब के पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल स्वर्ण मंदिर में सेवादार के रूप में दरवाजे पर ड्यूटी दे रहे हैं।
पूर्व डिप्टी सीएम के अलावा पूर्व सांसद सुखदेव सिंह ढींढसा और अकाली दल के बाकी नेताओं को भी यह सजा मिली है। जिसके बाद ढींढसा भी गले में तख्ती लगाए और हाथ में बरछा लेकर सेवादार की ड्यूटी कर रहे हैं। सजा को लेकर उन्होंने कहा कि सेवा के लिए जो हुकूम हुआ है, वो तो मेरे लिए हुकूम है, परमात्मा का हुकूम है। हम पहले गेट पर रुकेंगे उसके बाद लंगर की सेवा करेंगे।
सजा में मिली छूट
पूर्व डिप्टी सीएम सुखबीर सिंह बादल अकाल तख्त द्वारा सुनाई गई इस सजा को अगले दो दिन तक भुगतेंगे। उनके पैर में चोट लगी होने और सुखदेव सिंह ढींढसा की ज्यादा उम्र होने की वजह से उन्हें भी सजा में ढील दी गई है। उन्हें व्हील चेयर पर ही बैठकर सेवादार की ड्यूटी करने का आदेश दिया गया है।
क्यों मिली सजा
अकाल तख्त ने उन्हें यह सजा साल 2007 से 2017 तक पंजाब में शिरोमणि अकाली दल की सरकार द्वारा की गई ‘गलतियों’ की वजह से दी गई है। उनकी सरकार द्वारा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के खिलाफ दर्ज मामले वापस ले लिया गया था। इसके अलावा श्री गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और सिख युवाओं की हत्या करवाने वाले पुलिस अधिकारियों को उच्च पदों पर आसीन करने समेत कई पंथक गलतियों के लिए सजा सुनाई गई है।