10 मई 2025 :
Meerut News: पूर्व एनएसजी कमांडो और बसपा से जिला पंचायत सदस्य अमित फौजी देश के लिए एक बार फिर जान की बाजी लगाने को तैयार हैं. उन्होंने शनिवार को मेरठ के जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी को राष्ट्रपति के नाम एक पत्र सौंपा, जिसमें उन्होंने सेना में दोबारा भर्ती की इच्छा जताई है. अमित फौजी का कहना है कि अगर देश को उनकी जरूरत है, तो वह जिला पंचायत सदस्य का पद भी त्यागने को तैयार हैं.
अमित फौजी ने साफ कहा कि “मैंने भारतीय सेना में 17 साल सेवा दी है. एनएसजी कमांडो के रूप में देश के लिए ऑपरेशन किए हैं. अब अगर मेरी सेना को जरूरत है तो मैं फिर से वर्दी पहनने को तैयार हूं. जरूरत पड़ी तो अपने प्राण भी देश पर न्यौछावर कर दूंगा.”
रिटायर होने के बाद शुरू की थी समाजसेवा
गौरतलब है कि अमित फौजी मेरठ के वार्ड 29 से बहुजन समाज पार्टी के जिला पंचायत सदस्य हैं. सेना से रिटायर होने के बाद वे समाजसेवा और राजनीति से जुड़ गए. लेकिन हाल के दिनों में सीमा पर बढ़ते तनाव और आतंकी घटनाओं को देखते हुए उनका देशभक्ति का जज़्बा फिर से जाग उठा है. उन्होंने कहा, “देश में युद्ध के बादल मंडरा रहे हैं. सेना को जिस भी रूप में मेरी जरूरत महसूस हो, मैं तैयार हूं. अगर दोबारा वर्दी पहनकर देश की सेवा करने का मौका मिला तो ये मेरे जीवन का सौभाग्य होगा.”
जिला पंचायत अध्यक्ष गौरव चौधरी ने भी उनके पत्र को गंभीरता से लिया और कहा कि इस भावना का सम्मान किया जाना चाहिए. उन्होंने आश्वस्त किया कि यह पत्र उचित माध्यम से राष्ट्रपति और रक्षा मंत्रालय तक पहुंचाया जाएगा.
NSG कमांडों के रूप में ऑपरेशनों का रह चुके हैं हिस्सा
अमित फौजी ने सेना में 17 वर्षों तक सेवा की है. वह एनएसजी कमांडो के रूप में देश के कई महत्वपूर्ण ऑपरेशनों का हिस्सा रह चुके हैं. एनएसजी (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) देश की सबसे खास सुरक्षा इकाई है, जो आतंकी हमलों, हाई रिस्क ऑपरेशनों और वीवीआईपी सुरक्षा में अहम भूमिका निभाती है. एनएसजी कमांडो का प्रशिक्षण बेहद कठिन होता है और यह सिर्फ चुनिंदा जवानों को ही मिलता है.
आज जब देश आतंकवाद और सीमा पार से हमलों की चुनौती से जूझ रहा है, ऐसे में एक पूर्व सैनिक का फिर से सेवा देने का आग्रह अपने आप में मिसाल है. अमित फौजी का यह कदम देशप्रेम और बलिदान की भावना को एक बार फिर सामने लाता है.