🛑 सिम का सायबर क्राईम में दुरूपयोग होने पर खुला मामला, पीड़ित पहुंचा थाना
🛑 एक महिला सहित दो कर्मचारियों के खिलाफ चार सौ बीसी का अपराध दर्ज
सीजी भास्कर, 07 जून। दो वर्ष पूर्व जियो और एयरटेल के कर्मचारी और प्रमोटर द्वारा धोखे से आधार कार्ड लेकर सिम जारी करने और उस सिम से सायबर अपराध करने वालों को देने के मामले में जामुल पुलिस ने एक महिला और पुरुष के खिलाफ भादवि की धारा 419 व 420 के तहत अपराध दर्ज कर लिया है।
आपको बता दें कि यह मामला दुर्ग जिले के भिलाई अंतर्गत कुरूद का है। सायबर थाना द्वारा क्राईम में जिस सिम का प्रयोग आरोपियों द्वारा किया गया वह धोखे और फर्जी डाक्यूमेंट के आधार पर जारी हुई है, मामला खुलते ही इस कृत्य से अनभिज्ञ युवक ने थाना पहुंच रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
जामुल थाना प्रभारी राजेश मिश्रा ने बताया कि ऐसी शिकायत सामने आने पर साडा कुंआ शिव मंदिर के पास कुरूद भिलाई निवासी आशीष चतुर्वेदी (28 वर्ष) की रिपोर्ट पर जियो कंपनी के मोनेन्द्र कुमार यादव और एयरटेल कंपनी की प्रमोटर सीता देवी यादव के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि आशीष के आधार कार्ड का उपयोग कर धोखे से सिम निकाल उसे अन्य व्यक्ति को बेच कर धोखाधड़ी की गई है। जियो कम्पनी का कर्मचारी मोनेन्द्र कुमार यादव तथा एयरटेल कंपनी की प्रमोटर सीता देवी यादव 16 जनवरी 2023 को आशीष के मोहल्ले में घूम घूम कर सिम पोर्ट कर रहे थे।
सुबह करीब 10 बजे वो आशीष के घर गए और सिम पोर्ट करने कहा। आशीष के मामा का लड़का संदीप बंजारे ने अपना वोडाफोन आइडिया का सिम एयरटेल में पोर्ट कराने के लिए बोला।
नाबालिग होने पर धोखे से आशीष को बनाया मोहरा
संदीप बंजारे नाबालिग था इसलिए मोनेन्द्र यादव ने आशीष का आधार कार्ड लिया और दो बार थम्ब इम्प्रेशन, दो बार फोटो व आधार कार्ड का फोटो लिया गया। तीन दिन बाद सिम मिल जायेगा बोल कर वो निकल गए। 6 जून 2025 को साइबर पुलिस के द्वारा आशीष चतुर्वेदी को जानकारी मिली कि उसके नाम से दो सिम निकाल कर मोनेन्द्र यादव एवं सीता देवी ने धोखाधड़ी कर बेईमानी से किसी अन्य व्यक्ति को बेच दिया है।