सीजी भास्कर, 9 मार्च |
रेलवे भर्ती बोर्ड प्रयागराज द्वारा आयोजित आरपीएफ आरक्षक भर्ती परीक्षा में उत्तर लिखी चिट देने के मामले में दलाल ग्वालियर के हजीरा क्षेत्र में रहने वाले संदीप राजपूत और पवन रजक की पुलिस को तलाश है। इन दोनों ने ही परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण कराने का ठेका लिया था।
उन्होंने नेटवर्क एडमिन को 10 हजार रुपये देकर उत्तर लिखी चिट परीक्षार्थियों तक पहुंचाने को कहा था। पूछताछ में दोनों के नाम सामने आए, लेकिन इनके घर जब पुलिस पहुंची तो दोनों गायब मिले।
पूछताछ में सामने आया दोनों का नाम
- गुरुवार को चितौरा स्थित परीक्षा केंद्र से उत्तरप्रदेश के आगरा के रहने वाले विष्णु सिंह और आकाश कटारा को उत्तर लिखी चिट से नकल करते हुए पकड़ा था। इन्हें नेटवर्क एडमिन नरेंद्र राठौर ने चिट दी थी। नरेंद्र राठौर बैंक कालोनी, मुरार का रहने वाला है, जबकि विष्णु और आकाश आगरा के रहने वाले हैं।
- इन दोनों के कनेक्शन को लेकर जब पुलिस ने रिमांड पर लेकर पूछताछ की तो सामने आया कि इन दोनों के बीच की कड़ी संदीप राजपूत और पवन रजक हैं। अब इनके पकड़े जाने के बाद पूरी कहानी स्पष्ट होगी। इन दोनों के पास उत्तर लिखी चिट कहां से आई, यह इनके पकड़े जाने पर ही स्पष्ट होगा। इन्होंने ऐसे कितने परीक्षार्थियों को उत्तीर्ण कराने का ठेका लिया व पेपर लीक की आशंका को लेकर भी पड़ताल जारी है।
आरोपियों को जल्द करेंगे गिरफ्तार
हजीरा के दो युवकों के नाम सामने आए हैं। वे ही युवक परीक्षार्थी और नेटवर्क एडमिन के बीच की कड़ी हैं। उनके पकड़े जाने के बाद कहानी और स्पष्ट होगी।