सीजी भास्कर, 2 अगस्त 2025 : झारखंड के साहिबगंज जिले में शनिवार सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ, जब गंगा नदी में क्षमता से अधिक यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई। हादसे में चार युवक नदी में डूब गए, जिनमें दो की मौत हो गई है और दो की तलाश जारी है। यह दर्दनाक घटना गंगा थाना क्षेत्र के अंतर्गत महाराजपुर घाट के पास की है।
घटना की जानकारी के अनुसार, रांगा थाना क्षेत्र के एक गांव के 17 आदिवासी युवक पारंपरिक रूप से चूहा पकड़ने के लिए सुबह घर से निकले थे। वे लोग गंगा पार कर उस पार के जंगल में गए थे। लौटते वक्त ये युवक अन्य स्थानीय यात्रियों के साथ मिलकर नाव में सवार हुए। नाव में नाविक समेत कुल 31 लोग सवार थे, जबकि उसकी अधिकतम क्षमता केवल 15 से 16 यात्रियों की थी।
गंगा नदी में जलस्तर इन दिनों तेज बहाव के कारण बढ़ा हुआ है। नाव ओवरलोड होने की वजह से असंतुलित हो गई और बीच धारा में पलट गई। इस अफरातफरी में 27 लोग किसी तरह तैरकर बाहर निकलने में सफल रहे, लेकिन चार युवक डूब गए। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया। दो युवकों के शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि बाकी दो की तलाश एनडीआरएफ की टीम द्वारा की जा रही है।
स्थानीय प्रशासन, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं। हादसे की सूचना मिलते ही साहिबगंज उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने राहत कार्यों की निगरानी शुरू की। प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और नाव मालिक व नाविक की लापरवाही की भी जांच की जा रही है।
ग्रामीणों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि नाव पर कोई सुरक्षा उपकरण नहीं था और लोगों को जबरन बैठाया गया था। यह पहली बार नहीं है जब इस क्षेत्र में इस तरह की नाव दुर्घटना हुई हो। इस हादसे ने एक बार फिर नदी परिवहन में सुरक्षा मानकों की अनदेखी और प्रशासनिक लापरवाही की पोल खोल दी है। राज्य सरकार से मांग की जा रही है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए और नाव संचालन में कठोर नियम लागू किए जाएं।