सीजी भास्कर, 06 दिसंबर। भिलाई हाउस लीज संयुक्त संघर्ष समिति के अध्यक्ष राजेंद्र परगनिया ने आज एक प्रेस वार्ता में भिलाई इस्पात संयंत्र (बीएसपी) द्वारा हाउस लीज योजना को लेकर अन्याय किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि 1991 से संयंत्र प्रबंधन द्वारा योजनाबद्ध तरीके से कर्मचारियों की छटनी की गई और ठेका श्रमिकों का शोषण बढ़ाया गया। हाउस लीज योजना को भी रोक दिया गया, जिससे हजारों परिवारों का भविष्य अंधकार में डूब गया है।
परगनिया ने बताया कि बीएसपी प्रबंधन द्वारा 4 सितंबर 2023 को तत्कालीन जिलाधीश के पत्र के माध्यम से सभी जमीनों को राज्य शासन के पक्ष में वापस लेने की मांग की गई है, जिससे स्थानीय विकास रुक गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि संयंत्र प्रबंधन मात्र मुनाफा कमाने में लगा हुआ है और स्थानीय लोगों के हितों की अनदेखी कर रहा है। संयंत्र प्रबंधन द्वारा ठेका श्रमिकों का निर्बाध शोषण किया जा रहा है। बीएसपी प्रबंधन के कारण स्थानीय विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। समिति ने 15 दिसंबर को सिविक सेंटर के समीप एक महा बैठक आयोजित करने का फैसला किया है। इस बैठक में स्थानीय पार्षद, पूर्व विधायक, वर्तमान विधायक, सांसद विजय बघेल को आमंत्रित किया गया है। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं तो समिति आमरण अनशन पर बैठने के लिए बाध्य होगी।पार्षद चंद्रभान ठाकुर ने भी इस मुद्दे पर अपनी चिंता व्यक्त की और कहा कि बीएसपी प्रबंधन को स्थानीय लोगों के हितों का ध्यान रखना चाहिए। यह मामला भिलाई के लिए बेहद महत्वपूर्ण है और इसका असर हजारों लोगों के जीवन पर पड़ेगा।