सीजी भास्कर, 11 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोना तस्करी (Gold Smuggling Case) के एक बड़े नेटवर्क पर कार्रवाई करते हुए 3.76 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्ति अस्थायी रूप से कुर्क की है। इस संपत्ति में बैंक खातों में जमा रकम के साथ-साथ अचल संपत्तियां भी शामिल हैं। यह कार्रवाई सोना तस्कर सिंडिकेट के प्रमुख सदस्यों सचिन केदार और पुरुषोत्तम कवाले के खिलाफ की गई है।
डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने पहले विजय बैद उर्फ विक्की को अवैध सोने के साथ गिरफ्तार किया था। जांच में खुलासा हुआ कि सचिन केदार ने विजय बैद के निर्देश पर कोलकाता से लेकर राजनांदगांव, दुर्ग, रायपुर, नागपुर और मुंबई तक सोने की खरीद-फरोख्त और आपूर्ति (Gold Smuggling Case) का नेटवर्क फैला रखा था। तस्करी किए गए इस सोने को देशभर के कई ज्वैलर्स को बेचा गया।
ईडी के मुताबिक, अब तक 64.14 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियां जब्त या कुर्क की जा चुकी हैं, जबकि तस्करी किए गए सोने और चांदी से जुड़ी अपराध की कुल आय करीब 260.97 करोड़ रुपये आंकी गई है।
इसी क्रम में राजनांदगांव में आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (ईओडब्ल्यू) की टीम ने सराफा कारोबारी विजय बैद के ठिकानों पर छापेमारी की। कार्रवाई नंदई चौक स्थित उनके आवास और गुडाखु लाइन पर स्थित मोहिनी ज्वेलर्स की दुकान में की गई। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच ईडी और ईओडब्ल्यू की टीमें संयुक्त रूप से कर रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह नेटवर्क न केवल छत्तीसगढ़ बल्कि महाराष्ट्र और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ है। जांच एजेंसियां अब इस बात की तहकीकात कर रही हैं कि विदेशों से अवैध सोने की सप्लाई किन चैनलों के जरिए की जा रही थी। ईडी ने इस कार्रवाई को अवैध सोना तस्करी नेटवर्क पर अब तक की सबसे बड़ी उपलब्धि बताया है।