सीजी भास्कर, 10 सितंबर। छत्तीसगढ़ में भारत सरकार की (Good Samaritan Scheme) के अंतर्गत सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले राहवीरों को 25 हजार रूपए नगद राशि से पुरस्कृत किया जाएगा।
यह पुरस्कार किसी भी राहवीर को अधिकतम पांच बार मिल सकेगा।
मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित छत्तीसगढ़ राज्य सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक में इस योजना की समीक्षा करते हुए –
परिवहन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि घायलों को अस्पताल पहुंचाने वाले राहवीरों को स्वतंत्रता दिवस एवं गणतंत्र दिवस जैसे विशेष मौकों पर सम्मानित किया जाएगा।
इस मौके पर उप मुख्यमंत्री द्वय अरूण साव और विजय शर्मा ने अधिकारियों को (Good Samaritan Scheme) का क्रियान्वयन गंभीरता से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि योजना को सफल बनाने में स्वयंसेवी संगठनों का सहयोग लिया जाए और स्कूल-कॉलेजों में विद्यार्थियों को इसके प्रति जागरूक किया जाए।
साथ ही अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया गया कि मालवाहक वाहनों में यात्री ढोने पर सख्ती से रोक लगे।
दोपहिया वाहनों में हेलमेट और चार पहिया वाहनों में सीट बेल्ट के उपयोग को अनिवार्य रूप से लागू किया जाए।
बैठक में आवारा पशुओं को सड़कों से हटाने, होर्डिंग लगाने और सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता बढ़ाने पर भी चर्चा हुई।
CM Vishnudeo saiपरिवहन मंत्री कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में भारत सरकार की (Good Samaritan Scheme) को लागू करने के लिए जिला स्तर पर समितियाँ गठित की गई हैं।
ये समितियाँ पुलिस थानों और अस्पतालों से जानकारी लेकर प्रकरणों की समीक्षा करेंगी और योग्य राहवीरों का चयन कर उन्हें सम्मानित करने के लिए परिवहन आयुक्त को प्रस्ताव भेजेंगी।
इसके बाद परीक्षण कर पुरस्कार राशि सीधे डीबीटी के माध्यम से राहवीरों को भेजी जाएगी।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि चिन्हांकित ब्लैक स्पॉट पर गुजरने वाले वाहनों की गति नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकारियों को विशेष कदम उठाने होंगे।
एनएचएआई अधिकारियों ने जानकारी दी कि सभी टोल नाकों के पास अनियंत्रित गति पर रोक लगाने के लिए 22 पेट्रोलिंग टीम गठित की गई हैं।
ये टीमें 50 किलोमीटर के दायरे में रोड क्लियरेंस करती हैं और सड़क पर मौजूद आवारा पशुओं को काउ कैचर टीम को सौंपती हैं।
इसके लिए राज्य में 113 काउ कैचर टीम गठित की गई है।
बैठक में (Good Samaritan Scheme) के साथ हिट एंड रन प्रकरण और अन्य सड़क सुरक्षा उपायों की भी विस्तार से समीक्षा की गई।