सीजी भास्कर, 27 सितम्बर। Google Birthday Date (गूगल का जन्मदिन) आज दुनिया भर में मनाया जा रहा है। इंटरनेट के इस बादशाह ने 27 साल पहले अपनी शुरुआत की थी और आज यह हर व्यक्ति की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है। चाहे सवाल छोटा हो या बड़ा, लोग कहते हैं – “गूगल कर लो।” यही इसकी असली ताकत है।
Google Doodle से खास जश्न
हर साल की तरह इस बार भी कंपनी ने अपने जन्मदिन पर खास Google Doodle पेश किया है। गूगल का नाम इस डूडल में नए अंदाज़ में लिखा गया है, जो देखने में थोड़ा हटकर लग रहा है। यह डूडल हमें याद दिलाता है कि कैसे Google Birthday Date सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि टेक्नोलॉजी की पूरी यात्रा का प्रतीक है।
सिर्फ Search Engine नहीं, सेवाओं का विशाल नेटवर्क
आज गूगल सिर्फ एक Search Engine नहीं रहा। यह ईमेल, मैप्स, क्लाउड स्टोरेज, यूट्यूब और अनगिनत डिजिटल सर्विस का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म बन चुका है। Google Birthday Date हमें यह याद दिलाता है कि यह कंपनी हमारे रोज़मर्रा के जीवन का हिस्सा कैसे बन गई है।
Alphabet और Sundar Pichai का रोल Google Birthday Date
गूगल की पैरेंट कंपनी Alphabet है और भारतीय मूल के सुंदर पिचाई इसके सीईओ हैं। उनकी लीडरशिप में कंपनी ने नई ऊंचाइयों को छुआ है। गूगल की सफलता की असली वजह इसका clean interface और तेज़ व सटीक search results हैं। यही वजह है कि Google Birthday Date सिर्फ एक सालगिरह नहीं बल्कि इंटरनेट क्रांति का जश्न माना जाता है।
बच्चों से लेकर प्रोफेशनल तक के लिए सहारा
होमवर्क करने वाले बच्चों से लेकर रिसर्च करने वाले प्रोफेशनल्स तक – हर किसी की पहली पसंद गूगल है। जानकारी का यह खजाना हर सवाल का जवाब देता है। यही कारण है कि 27 साल पूरे करने के बाद भी गूगल की अहमियत और भी बढ़ती जा रही है।
(फोटो-गूगल)
इन्हीं दो बड़ी वजहों के कारण कंपनी को शुरुआत में इतनी ज्यादा पॉपुलैरिटी हासिल हुई. इसके बाद जैसे-जैसे कंपनी को फंडिंग मिलती गई, कंपनी नए प्रोडक्ट्स और सर्विस को लॉन्च कर बाहशाहत को कायम करना शुरू कर दिया.
How Google Started: कैसे हुई शुरुआत?
गूगल के पीछे Larry Page और Sergey Brin का बहुत बड़ा हाथ है या फिर यूं कह लीजिए कि गूगल इन दोनों ही अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट के दिमाग की उपज है. इन दोनों ही कंप्यूटर साइंटिस्ट ने सन् 1998, 4 सितंबर को गूगल को शुरू किया था, जब इन दोनों ने गूगल को शुरू किया तब वह कैलिफोर्निया की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे और पीएचडी के स्टूडेंट थे.