सीजी भास्कर, 29 अप्रैल। भारतीय वायुसेना के जवान नवीन श्योराण (Naveen Sheoran) लेह-लद्दाख में देश सेवा करते हुए वीर गति को प्राप्त हो गए। 4 साल पहले सेना में भर्ती हुए नवीन का नदी पार करते समय पैर फिसल गया, जिससे वह बहाव में बह गए। करीब 24 घंटे की खोजबीन के बाद उनका पार्थिव शरीर बरामद किया गया।
आपको बता दें कि हरियाणा के चरखी दादरी स्थित गांव ककड़ौली हुक्मी निवासी नवीन श्योराण वर्ष 2020 से भारतीय वायु सेना में कार्यरत थे और उन्होंने लगातार कठिन परिस्थितियों में देश सेवा की। इस वर्ष अगस्त में उनका तबादला दिल्ली के लिए प्रस्तावित था, लेकिन उससे पहले ही यह दुखद दुर्घटना घट गई।
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, ड्यूटी के दौरान लेह-लद्दाख में एक नदी को पार करते समय नवीन श्योराण का संतुलन बिगड़ गया और वह पानी में बह गए। तुरंत सर्च ऑपरेशन चलाया गया, लेकिन उन्हें ढूंढने में काफी वक्त लग गया। आखिरकार, 24 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उनका शव बरामद कर लिया गया।
पूरे गांव में शोक की लहर
उनके शहीद होने की सूचना जैसे ही गांव पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. परिजनों सहित पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। नवीन श्योराण के साथी वायु सेना कर्मियों और अधिकारियों ने भी उन्हें एक समर्पित, साहसी और कर्तव्यनिष्ठ जवान बताया।
राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार
आज यानि 29 अप्रैल की शाम 4 बजे नवीन श्योराण का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, स्थानीय प्रशासन और वायु सेना की टुकड़ी द्वारा पूरे सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और ग्रामीणों की भारी भीड़ उमड़ने की संभावना है।
नवीन श्योराण की शहादत से जहां देश ने एक वीर योद्धा खोया है, वहीं उनके गांव और परिवार ने एक होनहार बेटा, भाई और प्रेरणा स्त्रोत को खो दिया है। उनकी यह शहादत कभी नहीं भुलाई जा सकती है।