सीजी भास्कर 18 अप्रैल शिवपुरी-पुलिस अधीक्षक कार्यालय (एसपी ऑफिस) के बाहर से एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है. एक दलित परिवार अपने गांव से ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर शिवपुरी जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचा था. पीड़ित दलित परिवार के सदस्यों का कहना है कि बैराड़ थाना प्रभारी ने इनकी शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. इसके चलते इन लोगों को मजबूरी में पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर उपस्थित होकर आवेदन देने आना पड़ा है.
गांव दूर से आए हैं. इसलिए यहीं खाना बनाने और खाने के लिए मजबूर हैं.पीड़ित दलित परिवार का आरोप है कि गांव के कुछ दबंगों ने एक मकान के विवाद को लेकर उनके परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर दी, जिसमें पुरुष-महिला और बच्चे भी शामिल हैं. इसकी शिकायत जब बैराड़ थाने में उनके द्वारा दर्ज कराई गई तो थानेदार ने कोई सुनवाई नहीं की.जांच कर आरोपियों के खिलाफ की जाएगी कार्रवाईमामले में एडिशनल एसपी संजीव मुले शिवपुरी का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि परिवार को भरोसा दिया गया है कि उनके साथ हुई घटना की पूरी जांच कर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.वहीं दलित परिवार के पीड़ितों ने बताया कि वह 16 अप्रैल की रात करीब 11 बजे अपने खेत पर गए थे.
इसी दौरान गांव के दीपक, दुर्गेश, गोविंदा, विनोद, देवेश, विवेक, प्रेम सिंह और प्रमोद धाकड़ ने उन पर हमला कर दिया. डंडों, लात-घूंसे और पत्थरों से किए गए हमले में भूरा जाटव, राकेश जाटव, मुन्नीबाई, छोटू जाटव और ज्ञानी जाटव गंभीर रूप से घायल हो गए. पीड़ितों का कहना है कि आरोपियों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए घर खाली करने और जान से मारने की धमकी भी दी.एएसपी ने जांच के दिए निर्देशधरने की सूचना मिलते ही एडिशनल एसपी संजीव मुले मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से बातचीत की. उन्होंने परिवार को आश्वस्त किया कि बैराड़ थाना प्रभारी को मामले की जांच कर आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं और उनके साथ हुई मारपीट की पूरी जांच कराई जाएगी. आरोपियों के खिलाफ सख्त करवाई की जाएगी, तब जाकर यह दलित ग्रामीण परिवार ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवार होकर वापस अपने गांव के लिए रवाना हुआ.