सीजी भास्कर, 14 अक्टूबर। दोस्ती की मिसाल पेश करने वाला दर्दनाक मामला अमरोहा जिले से सामने आया है। यहां बचपन के दो दोस्तों में से एक की मौत की खबर सुनकर दूसरा दोस्त (Heart Attack Due To Shock) सदमे को सह नहीं सका और उसने भी दम तोड़ दिया। दोनों की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई गई है।
51 वर्षीय शरद गुप्ता और 52 वर्षीय नासिर हुसैन बचपन से गहरे दोस्त थे। दोनों ने एक ही कॉलेज से पढ़ाई की थी। नासिर राजनीति और व्यापार से जुड़े थे, जबकि शरद की कास्मेटिक की दुकान थी। दोनों का एक-दूसरे के घर आना-जाना रोजमर्रा की बात थी।
शरद ने करीब एक महीने पहले मुरादाबाद में आंख का ऑपरेशन कराया था और बीते कुछ दिनों से बुखार से पीड़ित थे। उन्हें सोमवार रात सीने में दर्द हुआ और दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराने के बाद (Heart Attack Due To Shock) उनकी मृत्यु हो गई। शरद के निधन की खबर पूरे मोहल्ले में फैल गई। परिजनों और दोस्तों ने इस अकल्पनीय घटना को सुनकर शोक व्यक्त किया।
कहा जा रहा है कि शरद हमेशा नासिर के परिवार के साथ भी त्योहार और खुशी के मौके साझा करते थे।
बिगड़ी तबीयत, रास्ते में पड़ा अटैक
दूसरी ओर, नासिर कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे और अपनी पत्नी दानिश परवेज व परिवार के साथ सोमवार रात दिल्ली चिकित्सक को दिखाने जा रहे थे। ब्रजघाट से गुजरते समय दोस्तों ने उन्हें फोन पर शरद के निधन की सूचना दी। यह खबर सुनते ही नासिर की हालत बिगड़ने लगी। परिजन उन्हें तत्काल मुरादाबाद के एक अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने भी (Heart Attack Due To Shock) उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन देर रात करीब साढ़े दस बजे उन्होंने भी दम तोड़ दिया। डॉक्टरों ने नासिर की मौत का कारण भी हार्ट अटैक बताया। दोनों दोस्तों की मौत ने शहर में गहरा सन्नाटा फैला दिया है।
एक साथ उठे दोनों दोस्तों के जनाजे
मंगलवार सुबह शरद और नासिर के शव उनके-अपने घर पहुंचे। परिजन, मित्र और मोहल्लेवासी इस दृश्य को देखकर फफक पड़े। दोनों की अंतिम यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल हुए। लोगों ने कहा कि यह दोस्ती की सबसे बड़ी मिसाल है जहां एक दोस्त की मौत का सदमा दूसरा बर्दाश्त नहीं कर सका। स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों हमेशा साथ रहते थे चाहे व्यापार की चर्चा हो, राजनीति या रोजमर्रा की बातें। दोनों के निधन ने परिवारों के साथ पूरे शहर को गमगीन कर दिया। यह घटना इस बात का प्रमाण बन गई कि सच्ची दोस्ती दिल से जुड़ी होती है, और कभी-कभी वही दिल उसे थाम नहीं पाता।