सीजी भास्कर, 8 अगस्त |
रायगढ़, छत्तीसगढ़ – रायगढ़ जिले के बंगुरसिया पश्चिम सर्किल क्षेत्र में वन्य जीवों के अवैध शिकार की एक खतरनाक साजिश को वन विभाग ने समय रहते विफल कर दिया। जानकारी के मुताबिक, शिकारियों ने जंगल के भीतर करीब 5 किलोमीटर तक हाई वोल्टेज जीआई तार बिछाकर करंट फैलाया था, जिसका मकसद जंगली सुअर का शिकार करना था।
यह पूरा इलाका हाथी प्रभावित क्षेत्र है, जहां साल भर हाथियों की आवाजाही बनी रहती है। ऐसे में इस करंट से सिर्फ वन्य जीव ही नहीं, बल्कि इंसानी जान को भी गंभीर खतरा था।
कैसे चला पता?
वन विभाग को एक गुप्त सूचना मिली थी कि पड़ीगांव से कक्ष क्रमांक 914 की ओर खेतों और जंगल में करंट फैलाया गया है। सूचना मिलते ही विभाग की टीम ने 7 अगस्त की रात में ही बिजली सप्लाई को बंद करवाया और मौके पर पहुंचकर पूरे इलाके से खतरनाक करंट तार हटाया।
हाथी और ग्रामीण दोनों थे खतरे में
घटना को लेकर बंगुरसिया सर्किल प्रभारी प्रेमा तिर्की ने बताया कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं होती, तो यह करंट तार किसी हाथी, जंगली जानवर या इंसान की भी जान ले सकता था।
उन्होंने बताया कि इस तरह की शिकारियों की यह पहली साजिश नहीं है। पहले भी इसी इलाके में शिकार के लिए करंट तार बिछाने के मामले सामने आ चुके हैं।
कौन हैं आरोपी?
वन विभाग को शक है कि इस घटना में 5 से 6 शिकारी शामिल हो सकते हैं। हालांकि अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन आरोपियों की तलाश तेजी से जारी है। विभाग ने घटनास्थल से जीआई तार जब्त कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
ग्रामीणों की भूमिका रही अहम
इस पूरे ऑपरेशन में ग्रामीणों ने भी वन विभाग का साथ दिया। स्थानीय मुखबिर की सूचना और ग्रामीणों की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया।
यदि आपके क्षेत्र में हो ऐसा कोई प्रयास…
यदि आपके आसपास इस तरह की कोई गतिविधि या करंट से शिकार की जानकारी मिलती है, तो तुरंत नजदीकी वन विभाग या पुलिस को सूचना दें। इससे कई निर्दोष जानें बचाई जा सकती हैं।