रायपुर। हिंदी भाषा की समृद्ध परंपरा और उसकी बदलती भूमिका पर केंद्रित Hindi Diwas Celebration (हिंदी दिवस समारोह) आज टाउन हॉल रायपुर में आयोजित किया जाएगा। यह कार्यक्रम छत्तीसगढ़ साहित्य एवं संस्कृति संस्थान के तत्वावधान में तथा जिला प्रशासन रायपुर के सहयोग से संपन्न होगा। इस अवसर पर हिंदी भाषा के उत्थान, उसके सामाजिक प्रभाव और डिजिटल युग में उसकी प्रासंगिकता पर गहन चर्चा की जाएगी।
मुख्य सत्र में ‘हिंदी की बदलती दुनिया’ पर संगोष्ठी
समारोह का आरंभ प्रातः 11 बजे होगा, जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में दिल्ली के वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल कमल उपस्थित रहेंगे। इस Hindi Diwas Celebration के तहत “हिंदी की बदलती दुनिया” विषय पर संगोष्ठी आयोजित की जाएगी, जिसका संचालन साहित्य अकादमी के अध्यक्ष शशांक शर्मा करेंगे।
सत्र में देशभर के साहित्यकार, लेखक और पत्रकार हिंदी भाषा की प्रासंगिकता पर अपने विचार रखेंगे। समारोह का उद्देश्य युवाओं को हिंदी के महत्व से जोड़ना और भाषा के संवर्धन की दिशा में नए आयाम स्थापित करना है।
Hindi Diwas Celebration में होगा पुस्तकों का विमोचन और सम्मान समारोह
इस अवसर पर तीन नई पुस्तकों का विमोचन किया जाएगा, जिनमें समकालीन हिंदी साहित्य और संस्कृति से जुड़ी रचनाएँ शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान Hindi News Anchors (हिंदी समाचार वाचक) जो वर्षों से हिंदी पत्रकारिता को नई पहचान दे रहे हैं, उन्हें भी सम्मानित किया जाएगा।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में वरिष्ठ पत्रकार गिरीश पंकज, छत्तीसगढ़ मित्र के संपादक डॉ. सुशील त्रिवेदी, और संस्कृति विशेषज्ञ राहुल कुमार सिंह उपस्थित रहेंगे।
संस्थान की पहल—हिंदी भाषा के प्रति नई दृष्टि
संस्थान के महासचिव डॉ. सुधीर शर्मा, डॉ. सुरेश शुक्ल, संयोजक शकुंतला तरार और डॉ. सीमा निगम ने बताया कि यह Hindi Diwas Celebration केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि हिंदी भाषा को नई दृष्टि से देखने का प्रयास है।
समारोह के अंतर्गत विचार-विमर्श, पुस्तकों का विमोचन और सम्मान समारोह जैसे विविध कार्यक्रम शामिल हैं, जो हिंदी प्रेमियों को एक साझा मंच प्रदान करेंगे।
Hindi Diwas Celebration का उद्देश्य
इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य यह है कि हिंदी भाषा को केवल एक विषय नहीं, बल्कि संस्कृति और संवाद की जीवंत परंपरा के रूप में देखा जाए। इस संगोष्ठी से हिंदी भाषा को लेकर नई सोच विकसित करने और समाज में इसके प्रयोग को बढ़ावा देने की उम्मीद की जा रही है।
