सीजी भास्कर, 7 जुलाई |
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित हिस्ट्रीशीटर संजू त्रिपाठी हत्याकांड में 3 साल से फरार शूटर को उत्तरप्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उस पर बिलासपुर पुलिस ने 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर आएगी।
इस केस में अब तक तीन शूटर पकड़े जा चुके हैं। लेकिन, शूटर्स को भगाने के लिए इस्तेमाल में लाई गई कार का पता नहीं चल सका है। हालांकि, एक शूटर फरार है, जिसके पास कार होने की उम्मीद है।
पुलिस का दावा है कि केस में चार शूटर्स की पहचान की गई है, जिनकी तलाश की जा रही थी। दो साल पहले जब लखनऊ ATS ने उत्तरप्रदेश के गाजीपुर के संदपुर देवकाली मउपारा निवासी ताबिज अंसारी उर्फ इरफान अहमद (28) को गिरफ्तार किया था, तब तीन अन्य शूटर्स के नाम सामने आए थे।
जिसमें बनारस निवासी शूटर दानिश अंसारी (32), बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ सोनू (35), चित्रकूट के मानिकपुर क्षेत्र के चमरौहा निवासी विनय द्विवेदी उर्फ गुरुजी उर्फ वासू सिंह शामिल हैं।
वाराणसी में पकड़ाया शूटर विनय द्विवेदी
पुलिस की टीम फरार शूटर विनय कुमार द्विवेदी की तलाश में थी। उस पर पांच हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। साथ ही उत्तरप्रदेश पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई थी। दो दिन पहले वाराणसी पुलिस और SRF फील्ड यूनिट ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उसे फत्तेपुर मोड़ के पास वाहन चेकिंग के दौरान पकड़ा। आरोपी के पास पुलिस को 315 बोर का देसी कट्टा और दो कारतूस मिले हैं।
उसने पूछताछ में बताया कि वह प्रतापगढ़ के एक लाख के इनामी अपराधी एजाज के बुलावे पर वाराणसी आया था। विनय के खिलाफ बिलासपुर के सकरी के अलावा बिहार, नोएडा और वाराणसी में हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के कई मामले दर्ज हैं। पुलिस को उम्मीद है कि विनय की गिरफ्तारी से मामले की जांच को नई दिशा मिलेगी।
शूटर्स को ले जाने वाली कार गायब
हत्याकांड के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी के दोस्त अमन गुप्ता की कार से शूटर्स को भगाने का दावा किया था। इस केस में अब तक तीन शूटर्स पकड़े जा चुके हैं। लेकिन, अमन गुप्ता की कार का अब तक पता नहीं चल सका है, जिसे पुलिस ढूंढ रही है। तीन साल से फरार शूटर विनय द्विवेदी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अब कार सहित हत्याकांड के संबंध में पूछताछ करेगी।
जानिए कब हुई थी संजू त्रिपाठी की हत्या
साल 2022 में 14 दिसंबर को सकरी बाइपास में कुदुदंड निवासी हिस्ट्रीशीटर और कांग्रेस नेता संजू त्रिपाठी की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात के बाद पुलिस ने संजू त्रिपाठी के भाई कपिल त्रिपाठी को मुख्य आरोपी मानकर उसकी तलाश शुरू कर दी।
लेकिन, कपिल त्रिपाठी अपने दोस्त प्रॉपर्टी डीलर केदार सिंह और रवि सिंह के साथ उसकी थार गाड़ी से रायपुर-भिलाई गया और वहां से नागपुर होते हुए दिल्ली भाग गया। पुलिस ने इस केस में केदार सिंह के साथ ही रवि सिंह को भी गिरफ्तार किया था।
आरोप है कि बिलासपुर से भागने के बाद कपिल ने अपना मोबाइल बंद कर दिया था। लेकिन, वह केदार सिंह के मोबाइल पर लगातार अपने पिता और दोस्त सुमित निर्मलकर से बात कर रहा था। उन्हें यह भी पता चल गया था कि पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
यही वजह है कि उसने कपिल को भिलाई छोड़ने से पहले रास्ते में मध्यप्रदेश पासिंग की गाड़ी में बैठा दिया। हालांकि, पुलिस ने बाद में कपिल त्रिपाठी को उत्तरप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया गया था।
अब तक 21 आरोपियों की गिरफ्तारी, बेल पर है पत्नी
केस में पुलिस ने कपिल त्रिपाठी के साथ ही उसके पिता जयनारायण त्रिपाठी, पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी, मुंह बोली बहन कल्याणी, जीजा भरत तिवारी आशीष तिवारी, रवि तिवारी रिश्तेदार और उसके सहयोगी दोस्तों में प्रेम श्रीवास, सुमीत निर्मलकर, अमन गुप्ता, राजेंद्र सिंह ठाकुर, केदार सिंह।
रवि सिंह के साथ ही उत्तरप्रदेश के वाराणसी के चौबेपुर क्षेत्र के ग्राम कमौली निवासी सावन पाठक (22), उत्तरप्रदेश बनारस के अभिषेक मिश्रा, बनारस निवासी वाल्मीकि उर्फ पप्पू दाढ़ी (38), ताबिज अंसारी, बनारस निवासी शूटर दानिश अंसारी समेत 21 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।
जबकि, मुख्य आरोपी कपिल त्रिपाठी की पत्नी सुचित्रा त्रिपाठी हाईकोर्ट ने सशर्त जमानत दे दी है। कोर्ट उसे 25 हजार रुपए के मुचलके और ट्रायल कोर्ट में हाजिरी देने की शर्तों पर बच्चों की देखभाल के लिए जमानत दी है। वहीं, बनारस निवासी एजाज अंसारी उर्फ ऐज उर्फ सोनू अभी भी फरार चल रहा है।
शूटर विनय द्विवेदी को ट्रांजिट रिमांड पर लाएगी पुलिस
सकरी टीआई प्रदीप आर्या ने बताया कि, उत्तरप्रदेश पुलिस ने जानकारी दी है कि संजू त्रिपाठी हत्याकांड में शामिल शूटर विनय द्विवेदी को गिरफ्तार किया गया है। वो अभी उत्तरप्रदेश पुलिस की गिरफ्त में है। लिहाजा, उसे कानूनी प्रक्रिया के तहत बिलासपुर लाया जाएगा। इसके लिए पुलिस की टीम उत्तरप्रदेश जाएगी, जिसके बाद उसका ट्रांजिट रिमांड लिया जाएगा।