सीजी भास्कर, 6 नवंबर। साइबर क्राइम पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो हनीट्रैप (Honeytrap Crypto Fraud Kanpur) के जरिये लोगों को फंसाकर क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी कर रहा था। टीम ने राजस्थान के जोधपुर से तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरोह देशभर में लोगों से झांसे में लेकर बैंक खाते खुलवाता था, जबकि ठगी की साजिश और ट्रांजैक्शन कंबोडिया से संचालित होती थी।
एडीसीपी क्राइम अंजली विश्वकर्मा के अनुसार, आरोपित ठगी की रकम का हिस्सा निकालकर बाकी रकम यूएसडीटी (USDT) एप (Honeytrap Crypto Fraud Kanpur) से क्रिप्टो करेंसी में बदलकर कंबोडिया भेज देते थे। आरोपितों के मोबाइल में कंबोडिया से चैटिंग के कई साक्ष्य मिले हैं। जांच में यह भी सामने आया है कि उन्हीं पैसों से कुछ देशविरोधी गतिविधियों को भी फंड किया जा रहा था।
साइबर टीम ने रामनिवास, रामदिनेश और महेंद्र (Honeytrap Crypto Fraud Kanpur) को गिरफ्तार किया है। तीनों ठगी के पैसों के लिए देशभर में लोगों से अलग-अलग नामों पर खाते खुलवाते थे। अब तक 150 भारतीय नागरिकों के विदेश में बंधक बनाए जाने के प्रमाण मिले हैं, जिनमें यूपी और दिल्ली के लोग भी शामिल हैं।
सेवानिवृत्त बैंककर्मी से 2.52 करोड़ की ठगी
कानपुर के विकास नगर निवासी सेवानिवृत्त बैंक अधिकारी अनिल सिंह चौहान को एक अनजान नंबर से मैसेज आया — “क्या आप एयरपोर्ट पहुंच गए हैं?” जब उन्होंने जवाब दिया तो सामने वाले ने खुद को इरा रेड्डी बताया और गलती से मैसेज भेजने की बात कही। धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और फिर आरोपी ने टेलीग्राम के जरिए हनीट्रैप में फंसा लिया। उसने “क्वाइनेक्स एप” डाउनलोड कराकर 13 बैंक खातों में 2.52 करोड़ रुपये निवेश के नाम पर ट्रांसफर कराए। बाद में जब ठगी का पता चला, तो अनिल सिंह ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
कंबोडिया से चलता है ठगी का बड़ा नेटवर्क
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि कंबोडिया में साइबर ठगों का एक विशाल कॉल सेंटर काम कर रहा है, जहां से ये नेटवर्क भारत के खातों के जरिये ठगी की रकम ट्रांसफर करता है। पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि उन्होंने भारत में 20-20 लोगों की तीन टीमें बना रखी हैं, जो अलग-अलग राज्यों में खातों का इस्तेमाल करते थे। ये लोग सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने या कुछ हजार रुपये की कमाई के झांसे में गरीब लोगों से खाते खुलवाते थे। पुलिस ने अब तक ₹28 लाख बरामद किए हैं और कई बैंक खातों को फ्रीज किया है।
