छत्रपति संभाजी नगर में सामने आए इस मामले ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। 30 वर्षीय युवती अपनी सहेली से मिलने होटल पहुंची थी, लेकिन कमरे के नंबर में हुई एक चूक ने उसे अपराध का शिकार बना दिया। इस घटना को Hotel Gangrape Aurangabad के तौर पर दर्ज किया गया है।
105 की जगह 205, और भीतर बैठे थे आरोपी
जानकारी के अनुसार, पीड़िता एक निजी अस्पताल में कार्यरत है। उसकी सहेली रूम नंबर 105 में ठहरी थी, लेकिन युवती दूसरी मंज़िल पर स्थित रूम नंबर 205 तक पहुंच गई। दरवाज़ा खुलते ही भीतर मौजूद तीन युवकों ने उसे जबरन कमरे में खींच लिया, और बाहर निकलने का रास्ता बंद कर दिया।
जबरन शराब, फिर बारी-बारी से हैवानियत
पीड़िता के बयान के मुताबिक, आरोपियों ने उसे जबरन बीयर पिलाई। नशे की हालत में उसके साथ पूरी रात सामूहिक दुष्कर्म किया गया। यह कृत्य केवल अपराध नहीं, बल्कि भरोसे और सुरक्षा की बुनियादी भावना पर सीधा हमला था—जांच में इसे (Hotel Gangrape Aurangabad) से जुड़ा गंभीर अपराध माना गया।
तड़के भागकर पहुंची थाने, कांपती आवाज़ में शिकायत
सुबह के वक्त किसी तरह मौका पाकर युवती कमरे से बाहर निकलने में सफल रही। सीधे पुलिस स्टेशन पहुंचकर उसने आपबीती सुनाई। प्राथमिक जांच के बाद तत्काल मेडिकल प्रक्रिया पूरी कराई गई और केस दर्ज किया गया।
तीन घंटे में गिरफ्तारी, सीसीटीवी बना सबूत
सूचना मिलते ही पुलिस ने होटल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर महज तीन घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान घनश्याम भूलल राठौड़, ऋषिकेश तुलसीराम चव्हाण और किरण लक्ष्मण राठौड़ के रूप में हुई।
होटल की भूमिका पर भी जांच तेज
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। साथ ही होटल की सुरक्षा व्यवस्था, एंट्री-लॉग और कर्मचारियों की भूमिका की भी जांच चल रही है। इस प्रकरण में Hotel Gangrape Aurangabad की जांच को प्राथमिकता पर रखा गया है।


