सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ में नवरात्रि पर्व के दौरान पुलिस का मानवीय रूप देखने को मिला। मां बम्लेश्वरी के दर्शन करने के लिए आए दृष्टिबाधित छात्रों को विशेष सेवा देते हुए पुलिसकर्मियों ने वाहन में बैठाकर नीचे मंदिर का दर्शन कराया। इसके साथ ही उन्हें मेला घुमाकर उनके घर तक उन्हें ट्रेन में सुरक्षित वापस भेजा। सीएम विष्णुदेव साय ने पुलिस जवानों के इस सेवा की सराहना की है।
आपको बता दें कि धर्मनगरी डोंगरगढ़ में प्रख्यात मां बमलेश्वरी देवी के दरबार में नवरात्रि पर्व मनाया जा रहा है। मातारानी के दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए कई पुलिसकर्मी सेवा में तैनात रहते हैं। नवरात्रि पर्व के सातवें दिन दिग्विजय कॉलेज राजनांदगांव में पढ़ने वाले दृष्टिहीन प्रकाश सोनकर और माहेश्वरी बघेल माता के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचे थे।
ड्यूटी में तैनात पुलिस कर्मियों ने मानवता का परिचय देते हुए दृष्टिहीन छात्रों को रोप वे के माध्यम से माता के दरबार लेकर गए। ऊपर मंदिर में दृष्टि बाधित छात्रों ने मातारानी की पूजा- अर्चना की। इसके बाद पुलिसकर्मी ने इन बच्चों को पुलिस वाहन में बैठाकर नीचे स्थित छोटी मां बमलेश्वरी का दर्शन कराया। इसके साथ ही इन छात्रों को मेला घुमाकर विशेष सेवा देते हुए ट्रेन में बैठाकर उन्हें वापस भेजा गया।
दृष्टिबाधित छात्रों की सेवा करने वाले पुलिस जवानों की सराहना करते हुए सीएम विष्णु देव साय ने अपने इंस्टाग्राम में फोटो शेयर की है। उन्होंने लिखा कि नवरात्र के पावन अवसर पर डोंगरगढ़ स्थित माँ बम्लेश्वरी के दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के प्रति सुरक्षा और सेवा भाव के साथ राजनांदगांव पुलिस के जवान अपना कर्त्तव्य पूरी निष्ठा से निभा रहे हैं। आस्था के साथ मंदिर पहुंचे दो दृष्टिबाधित श्रद्धालुओं को पुलिस के जवानों पूरी निष्ठा से उन्हें माता रानी के दर्शन करवाए।