सीजी भास्कर, 21 नवंबर। प्रदेश में समर्थन मूल्य पर पंजीकृत किसानों से खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 के लिए धान खरीदी (Illegal Paddy Storage) का महाअभियान 15 नवम्बर से तेजी से जारी है। खाद्य विभाग द्वारा धान एवं चावल उपार्जन की सुदृढ़ निगरानी सुनिश्चित करने हेतु ‘‘इन्टीग्रेटेड कमान्ड एन्ड कंट्रोल सेंटर (ICCC Chhattisgarh) की स्थापना की गई है। यह आधुनिक कमान्ड सेंटर पूरे प्रदेश में धान उपार्जन प्रक्रिया की सतत मॉनिटरिंग करता है और खरीदी से जुड़ी सभी गतिविधियों को लाइव ट्रैक करता है।
किसानों की सुविधा और पारदर्शिता बढ़ाने के उद्देश्य से स्थापित यह केन्द्र न सिर्फ खरीदी केन्द्रों (Illegal Paddy Storage) की रियल-टाइम निगरानी करता है, बल्कि किसी भी प्रकार की अनियमितता या देरी की स्थिति में तत्काल प्रशासनिक हस्तक्षेप को भी संभव बनाता है। धान के परिवहन, उठाव, भंडारण और चावल मिलिंग की गतिविधियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इंटीग्रेट किया गया है, जिससे खाद्य विभाग को किसी भी गड़बड़ी का त्वरित पता लग सके।
प्रदेश में किसी भी किसान या नागरिक को यदि धान के अवैध भंडारण, काला बाजारी, अवैध परिवहन या अवैध बिक्री की जानकारी हो तो वह तत्काल टोल-फ्री नंबर 1800-233-2310 पर संपर्क कर निःशुल्क सूचना दे सकते हैं (Illegal Paddy Storage Helpline)। सूचना देने वाले व्यक्तियों की जानकारी और पहचान को पूर्णतः गोपनीय रखा जाएगा। इससे ईमानदार किसानों के हितों की रक्षा होगी तथा अवैध गतिविधियों पर प्रभावी रोकथाम संभव होगी।
खाद्य विभाग ने बताया कि इस वर्ष धान खरीदी की मात्रा और किसानों की संख्या पिछली बार से अधिक अनुमानित है, ऐसे में ‘‘इन्टीग्रेटेड कमान्ड एन्ड कंट्रोल सेंटर’’ एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह केन्द्र न सिर्फ प्रशासन की कार्यक्षमता बढ़ाता है बल्कि किसानों के प्रति उत्तरदायित्व और पारदर्शिता के नए मानक स्थापित कर रहा है। डिजिटल मॉनिटरिंग प्रणाली से धान खरीदी अभियान को अधिक विश्वसनीय, तेज़ और सुरक्षित बनाया गया है, जिससे प्रदेशभर के किसानों में संतोष का भाव बढ़ा है।
