सीजी भास्कर, 12 अक्टूबर। जिंदा नवजात बच्ची को फेंकने वाली नर्स, डॉक्टर और नवजात की नानी को जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने तीनों के बयान दर्ज किए हैं, जिसमें नर्स ने चौंकाने वाले खुलासे किए। उसने बताया कि वह महज 10 हजार रुपए ज्यादा मिलने के लालच में नवजात को ठिकाने लगाने के लिए तैयार हो गई थी। डिलीवरी कराने वाले डाक्टर ने खुद को भाजपा नेता बताया है।
डिलीवरी कराते वक्त उसे अंदाजा था कि बच्ची मृत पैदा होगी, क्योंकि उसने नाबालिग को कुछ दवा और इंजेक्शन दिए थे, लेकिन बच्ची जिंदा पैदा हुई। उसे ठिकाने लगाने की एवज में उसकी नानी (पीड़िता की मां) ने तय सौदे से अधिक रुपए देने का लालच दिया। 10 हजार रुपए में वह नवजात को ठिकाने लगाने के लिए राजी हो गई। यह पूरा मामला मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का है।
नर्स ने पुलिस को बताया, बच्ची को ठिकाने लगाने के लिए जहांगीराबाद इलाके के बरखेड़ी पातरा नाले में बच्ची को फेंकने का प्लान था लेकिन नवरात्र के कारण मेन रोड पर भीड़ ज्यादा थी। ऐसे में यहां बच्ची को फेंकने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। इसके बाद बाग उमराव दूल्हा का अंडरब्रिज पार किया। रात करीब 3 बजे रेलवे ट्रैक से कुछ दूरी पर बने एक घर के सामने बच्ची को बोरी सहित रख दिया।
नाबालिग पीड़िता की तबीयत बिगड़ी
बच्ची को जन्म देने वाली नाबालिग पीड़िता की तबीयत खराब है। उसे उपचार के लिए एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालत में सुधार होने पर उसके बयान दर्ज किया जाएगा। इसके बाद उसे भी किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा। फिलहाल पीड़िता पुलिस और डॉक्टरों की निगरानी में है।
आरोपियों पर पॉक्सो की धारा में इजाफा किया
पुलिस ने जेल भेजे गए तीनों आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट की धाराओं में भी इजाफा कर दिया है। सब कुछ जानकारी में होते हुए आरोपियों ने चोरी छिपे नाबालिग की डिलीवरी कराई, अपराध छिपाने की नीयत से नवजात बच्चे को फेंक दिया गया । इस डॉक्टर ने डिलवरी कराई वह खुद को भाजपा नेता बताता है उसका अशोक गार्डन क्षेत्र में प्राइवेट क्लीनिक भी संचालित हो रहा है ।