सीजी भास्कर, 27 जून| India 1000 crore scam : राजस्थान पुलिस ने देशभर में हजारों लोगों से ठगी करने के आरोप में दिल्ली के वशिष्ठ पार्क निवासी रोहित शर्मा और गोरखपुर के बरईपुर निवासी अनूप श्रीवास्तव को गिरफ्तार किया है। इन दोनों युवकों ने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर एक फर्जी कंपनी स्थापित की और एक बड़ा ठगी का नेटवर्क चलाया, जिसके माध्यम से लगभग एक हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। इनके खिलाफ देशभर में चार हजार से अधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं।
पुलिस की जांच में पता चला है कि आरोपितों ने बेंगलुरु में “एबंडंस पेमेंट साल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड” नामक एक फर्जी भुगतान कंपनी खोली थी। इस कंपनी के जरिए एजेंटों को जोड़कर ऑनलाइन गेमिंग और निवेश के नाम पर ठगी की जा रही (India 1000 crore scam)थी। रोहित और अनूप दोनों ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और वे कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में प्रशिक्षित हैं। अनूप कंपनी में ऑन-बोर्डिंग का कार्य देखता था, जबकि रोहित तकनीकी संचालन का जिम्मा संभालता था।
पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश ने जानकारी दी कि इन दोनों ने 25 अन्य कंपनियों को भी शामिल किया था। ठगी के सभी लेनदेन का नियंत्रण गिरोह के सरगना शशिकांत और रोहित दुबे के हाथ में था, जो अभी फरार हैं। इस मामले में पहले ही उत्तर प्रदेश के देवेंद्र पाल सिंह सहित चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका (India 1000 crore scam)है। जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की जा रही है, जिसके लिए राज्य के पुलिस महानिदेशक से अनुरोध किया गया है।
एजेंट बनाकर करते थे फर्जीवाड़ा
रोहित ओर अनूप विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले एजेंट के माध्यम से अनपढ़ ग्रामीणों के दस्तावेज लेकर फर्जी कंपनी खोलते थे। कंपनी में ग्रामीणों को निदेशक बनाया जाता था। इसके बदले उन्हें 25 हजार रुपये दिए जाते थे। इन्हीं फर्जी कंपनियों से गेमिंग व निवेश का धंधा चलता था। रुपये बेंगलुरु स्थित एबंडंस पेमेंट साल्यूशन में ट्रांसफर कराए जाते थे। आइजी राहुल प्रकाश ने बताया कि छह मई को धौलपुर निवासी हरि सिंह ने 15 लाख के फर्जीवाड़े की शिकायत की तो जांच में पेमेंट खाते का सच सामने आया और गिरोह का पर्दाफाश हुआ।