21 मार्च , 2025 :
भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में एक अरब टन कोयला उत्पादन का रिकॉर्ड पार कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि को देश के लिए गौरव का क्षण बताया और कहा कि यह ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
दरअसल, कोयला मुख्य रूप से बिजली उत्पादन और उद्योगों में ईंधन के रूप में उपयोग होता है. यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए मुख्य ऊर्जा स्रोत है. 2023-24 (अप्रैल 2023 – मार्च 2024) में भारत ने 99.783 करोड़ टन कोयला उत्पादन किया था.
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भारत के लिए गर्व का क्षण! एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम पार करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. जो हमारी ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह उपलब्धि इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है.”
कोयला मंत्री की टिप्पणी
केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री गिरीश किशन रेड्डी ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को श्रेय दिया. जी किशन रेड्डी इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करेगा. आर्थिक वृद्धि को गति देगा. साथ ही हर भारतीय के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेगा.
भारत में कोयला क्षेत्र की अहम भूमिका
कोयला मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा कोयला भंडार रखने वाला देश है और दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. राष्ट्रीय ऊर्जा खपत में कोयले का योगदान 55% है, जिससे यह ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक अनिवार्य संसाधन बना हुआ है.
कोयला मंत्रालय की भविष्य की योजना
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कोयला मंत्रालय का लक्ष्य 108 करोड़ टन कोयला उत्पादन/उठान करने का है. इस उपलब्धि से भारत की ऊर्जा आपूर्ति मजबूत होगी और आर्थिक विकास को और गति मिलेगी.भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में एक अरब टन कोयला उत्पादन का रिकॉर्ड पार कर लिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस उपलब्धि को देश के लिए गौरव का क्षण बताया और कहा कि यह ऊर्जा सुरक्षा और आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाता है.
दरअसल, कोयला मुख्य रूप से बिजली उत्पादन और उद्योगों में ईंधन के रूप में उपयोग होता है. यह विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के लिए मुख्य ऊर्जा स्रोत है. 2023-24 (अप्रैल 2023 – मार्च 2024) में भारत ने 99.783 करोड़ टन कोयला उत्पादन किया था.
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “भारत के लिए गर्व का क्षण! एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम पार करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है. जो हमारी ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है. यह उपलब्धि इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है.”
कोयला मंत्री की टिप्पणी
केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री गिरीश किशन रेड्डी ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को श्रेय दिया. जी किशन रेड्डी इस उपलब्धि पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह भारत की बढ़ती बिजली मांग को पूरा करेगा. आर्थिक वृद्धि को गति देगा. साथ ही हर भारतीय के लिए उज्ज्वल भविष्य सुनिश्चित करेगा.
भारत में कोयला क्षेत्र की अहम भूमिका
कोयला मंत्रालय की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा कोयला भंडार रखने वाला देश है और दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है. राष्ट्रीय ऊर्जा खपत में कोयले का योगदान 55% है, जिससे यह ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक अनिवार्य संसाधन बना हुआ है.
कोयला मंत्रालय की भविष्य की योजना
वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कोयला मंत्रालय का लक्ष्य 108 करोड़ टन कोयला उत्पादन/उठान करने का है. इस उपलब्धि से भारत की ऊर्जा आपूर्ति मजबूत होगी और आर्थिक विकास को और गति मिलेगी.