सीजी भास्कर 23 मार्च मेकअप आर्टिस्ट भावना सिंह उर्फ तनु के हत्यारे जिम ट्रेनर आशु यादव का सुराग नहीं मिला। भाई मुकुल व दोस्त स्वास्ति भी फरार है। लसूड़िया थाने की एक टीम दतिया भेजी है। उधर शनिवार को भावना के मुंहबोले भाई पंकज व कृष्णकांत ग्वालियर से शव लेने आए। इंदौर में अंतिम संस्कार किया गया।टीआई तारेश सोनी के मुताबिक आशु यादव अवैध कार्यों में लिप्त था। जिस मकान में हत्या हुई उसका पीयूष अवस्थी, रोहित दयानी, विख्यात पाठक, कान्हा गोयल और राहुल शर्मा के नाम से अनुबंध कर लिया था।
भाई मुकुल और महिला दोस्त स्वास्ति राय भी रहती थी।ऑनलाइन सट्टे के धंधे में जुड़ा थाजानकारी मिली कि आशु ऑनलाइन सट्टे के धंधे में लिप्त था। किशनगंज थाना में उसके द्वारा मारपीट की एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। घटना के बाद तीनों ने मोबाइल बंद कर लिए। उनकी अंतिम लोकेशन रिंग रोड की मिली है।पिपल्याकुमार (निपानिया रोड) के सीसीटीवी फुटेज मिले हैं। कॉल डिटेल पर आशु के परिचितों से पूछताछ की है। कान्हा के पिता राधेश्याम गोयल को भी बिचौली मर्दाना क्षेत्र से पकड़ा है। परिचितों ने बताया कि घटना के बाद आशु का कॉल आया था। कहा था कि मजाक में भावना से गोली चल गई है।दादी का शव लेने से इन्कार, मुंहबोले भाई हुए तैयारशनिवार को पंकज ठाकुर व कृष्णकांत इंदौर पहुंचे।
पंकज ने बताया कि वह भावना का मुंहबोला भाई है। भावना उसे राखी बांधती थी। सोशल मीडिया से भावना की हत्या की सूचना मिली थी। दादी जमुनादेवी और चाचा के शव लेने से मना करने पर उसे आना पड़ा।पंकज के मुताबिक भावना के पिता संतोष सिंह और मां की दस साल पूर्व सड़क हादसे में मौत हो चुकी है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने से उसने कमरा लेकर क्लाउड किचन का काम शुरू किया था। कुछ समय बाद काम बंद कर दिया।वह ब्यूटीशियन का कोर्स करना चाहती थी। पंकज ने खर्च की जिम्मेदारी भी ली थी। होली पर वह ग्वालियर में ही थी। इंस्टाग्राम पर फोटो भी अपलोड किए थे। भावना कोर्स करने के सिलसिले में ही इंदौर आई थी। स्वास्ति उसकी दोस्त है।
उसने ही पार्टी के लिए बुलाया था।पार्टी में क्या हुआ व गोली क्यों मारी, जानकारी नहीं है। पंकज के मुताबिक भावना ने दस साल पूर्व शादी कर ली थी। फिर पति से अलग हो गई। शादी किससे की, यह जानकारी नहीं है। पंकज पांच साल पूर्व ही भाई बना है।जिम ट्रेनर और प्रापर्टी कारोबारी बताता थाआरोपित पुलिस को आशु की पूरी जानकारी नहीं मिली है। परिचित अलग-अलग बातें बता रहे हैं।
एफआईआर में जिम ट्रेनर लिखा है, जबकि परिचित प्रापर्टी कारोबारी बताते हैं। पुलिस का दावा है कि आशु सट्टे के कारोबार में लिप्त था। उसकी लग्जरी लाइफ स्टाइल की जानकारी भी मिली है। उसने 1200 रुपये प्रतिदिन पर कार किराए से ली थी। मकान का 35 हजार रुपये महीना किराया देता था।