सीजी भास्कर, 20 नवंबर। सेल- भिलाई इस्पात संयंत्र के इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग में 17 नवंबर, 2025 को चार दिवसीय सुरक्षा सप्ताह समारोह का शुभारंभ किया गया। इस आयोजन में स्थायी एवं संविदा दोनों श्रेणियों के कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी दर्ज की। कार्यक्रम का उद्देश्य सुरक्षा जागरूकता बढ़ाने (Industrial Safety Awareness) सुरक्षित कार्य प्रणालियों को अपनाने तथा व्यवहार आधारित सुरक्षा को मजबूत बनाने के साथ संयंत्र में दुर्घटना-मुक्त रखरखाव सुनिश्चित करना था।
उद्घाटन के अवसर पर वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही, जिनमें मुख्य महाप्रबंधक (ए एंड डी) सुश्री समिधा गुप्ता, महाप्रबंधक एवं विभागाध्यक्ष (पीएलईएम) एम. वी. बाबू, महाप्रबंधक (एसईडी) जे. तुलसीदासन, महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) बी. मधु पिल्लई तथा महाप्रबंधक (इंस्ट्रूमेंटेशन) जी. के. कुंडू शामिल थे। इन अधिकारियों ने सुरक्षा संस्कृति की अनिवार्य भूमिका पर बल देते हुए कहा कि औद्योगिक क्षेत्र में सतर्कता (Industrial Safety Awareness), प्रशिक्षण और सामूहिक जिम्मेदारी ही दुर्घटना-रहित वातावरण की कुंजी है।
औपचारिक उद्घाटन के बाद सुरक्षा सप्ताह का पहला कार्यक्रम वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित हुआ, जिसमें कर्मचारियों ने औद्योगिक सुरक्षा की चुनौतियों, आधुनिक तकनीकों के उपयोग, व्यक्तिगत जवाबदेही और सुरक्षित कार्य संस्कृति पर अपने विचार प्रस्तुत किए। प्रतिभागियों की प्रस्तुति ने पूरे समारोह में सकारात्मक और प्रोत्साहनपूर्ण माहौल तैयार किया (safety culture highlight)।
सुरक्षा सप्ताह के दौरान पोस्टर निर्माण, नारा लेखन, कविता पाठ, नाटक, रंगोली, सुरक्षा प्रश्नोत्तरी, भाषण एवं गीत जैसी जागरूकता-उन्मुख रचनात्मक गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है, जो कर्मचारियों को सुरक्षा संदेशों को अभिव्यक्त करने के प्रभावी अवसर प्रदान करती हैं।
(Industrial Safety Awareness) का इन अधिकारियों ने किया नेतृत्व
इस अवसर पर इंस्ट्रूमेंटेशन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों महाप्रबंधक सुश्री सिम्मी गोस्वामी, महाप्रबंधक ए. एम. डैनी, महाप्रबंधक जोसेफ एम. जॉय एवं महाप्रबंधक रजनीश जैन ने सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत आयोजित विविध गतिविधियों का नेतृत्व किया। कार्यक्रम का सफल समन्वय महाप्रबंधक एवं विभागीय सुरक्षा अधिकारी (इंस्ट्रूमेंटेशन) राकेश वर्मा द्वारा किया गया। यह पहल विभाग द्वारा बीएसपी के उस मिशन को सुदृढ़ करती है, जिसमें उच्च सुरक्षा मानकों को प्राप्त करने और ऐसा कार्यस्थल विकसित करने पर बल दिया जाता है, जहाँ प्रत्येक कर्मचारी अपने व सहकर्मियों की भलाई के प्रति उत्तरदायी महसूस करे।
