सीजी भास्कर 29 जुलाई
रायपुर (छत्तीसगढ़):
देशभर में हलाल सर्टिफिकेशन को लेकर उठ रहे सवालों के बीच छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक नया अभियान शुरू किया गया है। ‘ओम सर्टिफिकेशन’ नाम से शुरू हुए इस अभियान का उद्देश्य है – हिंदू परंपराओं के अनुसार बने उत्पादों को बढ़ावा देना और हलाल प्रमाणित वस्तुओं के विकल्प प्रस्तुत करना।
इस अभियान की शुरुआत वीर सावरकर के पोते और ‘ओम सर्टिफिकेशन’ के अध्यक्ष रणजीत सावरकर ने की। रायपुर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा –
“50 साल पहले हलाल सर्टिफिकेशन केवल मांस तक सीमित था, लेकिन अब यह हर तरह के खाद्य और गैर-खाद्य उत्पादों पर लागू हो गया है। हिंदू बहुसंख्यक होते हुए भी हमें ऐसी चीजें खरीदनी पड़ती हैं, जो हमारी आस्था के खिलाफ हैं।”
‘ओम सर्टिफिकेशन’ का मकसद क्या है?
- हिंदू व्यवसायियों और ग्राहकों को एक मंच पर लाकर, पूर्णत: वैदिक और सनातन परंपराओं के अनुसार शुद्ध और धार्मिक रूप से उपयुक्त वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
- हलाल उत्पादों का विकल्प प्रस्तुत करना और हिंदुओं की आस्था की रक्षा करना।
- ‘ओम प्रमाण पत्र’ के जरिए प्रमाणित उत्पादों की पहचान को आसान बनाना।
क्या है ‘ओम सर्टिफिकेशन’?
यह एक वैकल्पिक प्रमाणन है, जो केवल हिंदू व्यापारियों और उनके उत्पादों को प्रदान किया जाएगा। प्रमाणन के लिए व्यवसायी www.ompratishthan.org पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके लिए 108 रुपए की प्रोसेसिंग फीस निर्धारित की गई है।
संगठन के वॉलंटियर्स दुकान या यूनिट पर जाकर निरीक्षण करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि उत्पाद हिंदू मान्यताओं के अनुरूप हैं या नहीं। तभी ‘ओम प्रमाण पत्र’ जारी किया जाएगा।
‘मैं हिंदू हूँ’ अभियान से कैसे जुड़ें?
संस्था ने एक जन-जागरूकता अभियान भी शुरू किया है –
‘मैं हिंदू हूँ’ के तहत कोई भी व्यक्ति 9090717187 नंबर पर मिस कॉल देकर खुद को “हिंदू ग्राहक जागृति अभियान” से जोड़ सकता है।
हलाल के विकल्प की मांग क्यों?
धर्मसिंधु श्रद्धा फाउंडेशन से जुड़े सुनील घनवट ने कहा –
“हलाल प्रमाणन के नाम पर देश में एक समानांतर अर्थव्यवस्था चलाई जा रही है। इसमें शामिल कुछ एजेंसियों के संबंध आतंकवादियों के मुकदमे लड़ने से भी जुड़े हैं। इसलिए यह जरूरी है कि हिंदू समुदाय एकजुट होकर अपने आस्था आधारित विकल्प अपनाए।”
क्या यह अनिवार्य होगा?
नहीं। ‘ओम सर्टिफिकेशन’ पूरी तरह से वैकल्पिक है। लेकिन संगठन की ओर से अपील की गई है कि हिंदू ग्राहक केवल ओम प्रमाणित दुकानों से ही खरीदारी करें, ताकि आर्थिक ताकत से भी अपनी आस्था को सशक्त किया जा सके।