सीजी भास्कर, 9 सितंबर। छत्तीसगढ़ के किसानों के लिए खरीफ सीजन इस बार खास साबित हो रहा है। राज्य सरकार और सहकारिता विभाग की पहल से किसानों को अब तक 6636 करोड़ रुपए का ब्याज मुक्त ऋण(Interest Free Loan Distribution) वितरित किया जा चुका है। इस योजना से लगभग 14 लाख 96 हजार किसान सीधे लाभान्वित हुए हैं। यह जानकारी अपेक्स बैंक के प्राधिकृत अधिकारी केदार नाथ गुप्ता की अध्यक्षता में हुई बैठक में दी गई।
बैठक के दौरान अपेक्स बैंक की बोर्ड ने स्पष्ट किया कि केवल खेती तक सीमित रहने के बजाय डेयरी, मत्स्य पालन और वनोपज प्रसंस्करण जैसे रोजगार आधारित क्षेत्रों में भी तेजी लाई जाएगी। इससे ग्रामीण इलाकों में (Employment Generation) के नए अवसर तैयार होंगे और किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
बैठक में खाद की उपलब्धता और वितरण की भी विस्तृत समीक्षा की गई। अधिकारियों ने बताया कि सहकारिता तंत्र के माध्यम से इस खरीफ सीजन में 10.72 लाख मेट्रिक टन खाद वितरण का लक्ष्य रखा गया था। अब तक 8 लाख 69 हजार मेट्रिक टन खाद का भंडारण(Interest Free Loan Distribution) किया गया है, जिनमें से 8 लाख 01 हजार मेट्रिक टन खाद किसानों को उपलब्ध कराई जा चुकी है। समितियों के गोदामों में इस समय 67 हजार मेट्रिक टन खाद सुरक्षित है। यह व्यवस्था किसानों की जरूरतों को पूरा करने और (Agricultural Support) सुनिश्चित करने के लिए की गई है।
बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि राज्य के सहकारी बैंकों ने किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए तकनीकी स्तर पर बड़ी पहल की है। प्रदेश में 262 एटीएम और सभी 2058 पैक्स सोसायटियों में माइक्रो एटीएम स्थापित किए गए हैं। इतना ही नहीं, सभी पैक्स को पीएम किसान समृद्धि केंद्र(Interest Free Loan Distribution) के रूप में विकसित किया गया है। इनसे किसानों को अपने खातों से सीधे राशि निकालने और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने की सुविधा मिल रही है। यह कदम ग्रामीण अर्थव्यवस्था में (Financial Inclusion) को मजबूत करेगा।
बैठक में नाबार्ड के उप महाप्रबंधक अजय थुटे, अपेक्स बैंक के प्रबंध संचालक के.एन. कांडे, संयुक्त पंजीयक उमेश तिवारी, उप पंजीयक व महाप्रबंधक युगल किशोर, ओएसडी अविनाश श्रीवास्तव, एजीएम अरुण पुरोहित, एजीएम एल.के. चौधरी और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।