सीजी भास्कर, 23 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ में वरिष्ठ आइपीएस अधिकारी (IPS Sexual Harassment Case) रतनलाल डांगी यौन शोषण के गंभीर आरोपों के दायरे में आ गए हैं। बिलासपुर में पदस्थ एक सब-इंस्पेक्टर की पत्नी ने उन पर पिछले सात वर्षों से शारीरिक शोषण का आरोप लगाया है। बताया जा रहा है कि दोनों के बीच संपर्क योग सिखाने और सीखने (IPS Sexual Harassment Case) के दौरान हुआ था।
डांगी ने आरोप लगने से दो दिन पहले ही डीजीपी को पत्र भेजकर महिला पर ब्लैकमेल करने का आरोप लगाया था। पुलिस अकादमी चंदखुरी में बतौर आइजी पदस्थ (IPS Sexual Harassment Case) डांगी ने 15 अक्टूबर 2025 को डीजीपी अरुण देव गौतम को भेजे गए पत्र में लिखा कि उक्त महिला ने उनके परिवार को तोड़ने की कोशिश की।
उन्होंने बताया कि महिला जहर की शीशी लेकर उनके कार्यालय पहुंची और उनसे अपने परिवार की कसम खिलवाई कि वे अपनी पत्नी से कोई संबंध नहीं रखेंगे। करवा चौथ के दिन उसने धमकी दी कि अगर वे अपनी पत्नी के साथ पूजा में शामिल हुए, तो वह आत्महत्या कर लेगी।
विभागीय जांच शुरू, दो वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
डीजीपी अरुण देव गौतम ने महिला की शिकायतों के आधार पर एक दो-सदस्यीय जांच समिति गठित की है। इस समिति में पूर्व खुफिया चीफ आइपीएस डॉ. आनंद छाबड़ा और महिला आइपीएस मिलना कुर्रे को शामिल किया गया है। दोनों अधिकारी मामले की बिंदुवार जांच कर रहे हैं। रिपोर्ट मिलने के बाद सरकार आगे की कार्रवाई तय करेगी।डांगी तीन बार राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित हो चुके हैं। वे राजस्थान के नागौर जिले के निवासी हैं।
आरोप पूरी तरह झूठे, छवि धूमिल करने की साजिश
रतनलाल डांगी ने कहा कि महिला के आरोप पूरी तरह झूठे और निराधार हैं। यह उनकी छवि को धूमिल करने की साजिश है। उनका कहना है कि शिकायत करने वाली महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसके पति सहित कुछ लोग उन्हें रायपुर पुलिस आयुक्त बनाए जाने से रोकना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पूरा परिवार और मित्रमंडल सदमे में हैं। डांगी ने कहा कि वे न केवल महिला बल्कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर झूठ फैलाने वालों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने डीजीपी से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।