05 अप्रैल 2025 :
MLC Khalid Anwar: वक्फ विधेयक पर डैमेज कंट्रोल और एकजुटता दिखाने की जेडीयू की कोशिश नाकाम रही. विधेयक को लेकर बड़े अल्पसंख्यक चेहरे नाराज दिखे. बड़े मुस्लिम चेहरे वक्फ विधेयक पर पार्टी के फैसले के साथ खड़े हैं यह दिखाने के लिए जेडीयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की ओर से बुलाई गई प्रेसवार्ता पर अब सवाल उठ रहा कि क्या इस कवायद की हवा निकल गई?
प्रेस वार्ता छोड़ निकल गए कई नेता
एमएलसी गुलाम गौस, खालिद अनवर, वरिष्ठ नेता अशफाक करीम, एमएलसी आफाक अहमद खान, वरिष्ठ नेता सलीम परवेज, शिया वक्फ बोर्ड चेयरमैन अफजाल अब्बास, कहकशां परवीन पीसी में एक शब्द नहीं बोले. वक्फ संशोधन विधेयक से जुड़े जब सवाल इन नेताओं से पूछे गए तो यह लोग प्रेस वार्ता छोड़ निकल गए. ऐसे क्यों किया?
पीसी के बाद इस सवाल पर एबीपी न्यूज से बातचीत में खालिद अनवर ने कहा कि प्रेस वार्ता में बोलने के लिए अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अशरफ अंसारी, प्रवक्ता अंजुम आरा अधिकृति थी. उन लोगों ने पीसी को संबोधित किया. हम लोग वहां बैठे थे. इसका मतलब हम लोग समर्थन कर रहे हैं. जरूरी नहीं कि हर नेता पीसी में बोले और मीडिया के सवालों का जवाब दे. अशरफ अंसारी अंजुम आरा ने कह दिया कि पार्टी इस विधेयक के समर्थन में खड़ी है. जदयू के सभी सुझावों को केंद्र सरकार ने मान लिया, लेकिन हम कहना चाहते हैं इस विधेयक को लेकर मुस्लिमों में डर है. उसको दूर करने की जरूरत है.
वहीं वरिष्ठ नेता सलीम परवेज ने एबीपी से बातचीत में कहा कि पीसी में अशरफ अंसारी, अंजुम आरा को ही बोलना था. हम लोग साथ देने के लिए बैठे हुए थे. हम लोग कुछ नहीं बोले, मीडिया के सवालों का जवाब नहीं दिए. इसका गलत मतलब निकाला नहीं जाए. इस विधेयक के साथ हम लोग खड़े हैं. नीतीश कुमार ने अल्पसंख्यकों के लिए बहुत काम किया है. विपक्ष इस विधेयक को लेकर मुस्लिमों को डरा रहा है.
‘इस्तीफा देने वाले नेता संगठन से जुड़े नहीं’
वहीं बिहार शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन एवं जेडीयू नेता अफजल अब्बास कुछ भी बोलने से बचते नजर आए. अपनी गाड़ी में बैठकर निकल गए. वहीं अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अशरफ अंसारी प्रवक्ता अंजुम आरा ने प्रेस वार्ता को संबोधित कर कहा कि इस विधेयक के पक्ष में हम लोग हैं. हमारे सुझावों को केंद्र सरकार ने मान लिए हैं. इस्तीफा देने वाले नेता संगठन से जुड़े नहीं हैं.